भोपाल। प्रदेश के अफीम उत्पादक जिले मंदसौर में तस्कर चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने मंदसौर लोकसभा सीट की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के दौरान प्रशासन को नार्कोटिक्स संबंधी गतिविधियों पर विशेष निगरानी करने के निर्देश जारी किए हैं। मंदसौर, नीमच जिले में सीमा पार से तस्कर सक्रिय रहता है।
इस सीट पर इंटेलिजेंस की पैनी नजर है. चिन्हित स्थानों पर इंटेलिजेंस के अफसरों की तैनाती की गई है| लोकल से लेकर स्टेट इंटेलिजेंस अलर्ट पर है| बताया जा रही है कि नशे के जारिए चुनाव को प्रभावित करने के साथ गोलीकांड की नाराजगी की आड़ में उपद्रव करने का इंटेलिजेंस इनपुट मिला है| इस सीट के ंतर्गत जावरा, सुवासरा, नीमच, मंदसौर, गरोठ, जावद, मल्हारगढ़ और मनासा विधानसभा सीटें आती हैं| सतर्कता के चलते चुनाव आयोग ने नीमच और मंदसौर में पुलिस अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की मीटिंग ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए| एक महीने बाद मंदसौर गोलीकांड की बरसी है और ऐसे में स्थानीय स्तर पर पुलिस को अलर्ट किया गया है|
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने कहा कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के लिए बड़ा टेन्ट लगवायें। वेबकास्टिंग के कार्य में संलग्न अधिकारियों-कर्मचारियों के लिये विशेष प्रशिक्षण आयोजित करें। निर्वाचन वाहनों में जीपीएस सिस्टम में खराबी आने की स्थिति में टेलोफोन पर आपस में सम्पर्क बनाये रखें। क्रिटिकल मतदान केन्द्रों पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें।
आचार संहिता का कढ़ाई से करें पालन
कान्ताराव ने नीमच जिले में चुनावी समीक्षा करते हुए कहा कि मतदान के पूर्व 72 घंटे एवं 48 घंटे में लागू होने वाले प्रतिबंधात्मक नियमों का कड़ाई से पालन करायें। मतदान केन्द्रों पर लाइन में लगे प्रत्येक मतदाता के लिये छाया की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। निर्वाचन कार्य के लिये तैनात अधिकारी अपने प्रभार के क्षेत्रों में लगातार दौरा करते रहें। आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन सहित अन्य अवैध गतिविधियों की जानकारी मिलने पर तत्काल कठोर कार्यवाही की जाये। क्रिटिकल मतदान केन्द्रों, वल्नरेबल क्षेत्रों में सुरक्षा, मतदाता पर्चियों और वोटर गाईड के वितरण, मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के लिये छाया, पेयजल और अन्य व्यवस्थाओं तथा निर्वाचन कार्य में संलग्न वाहनों में जीपीएस सिस्टम आदि के बारे में भी चर्चा की।