पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाय कुरैशी का लव जिहाद को लेकर बड़ा बयान

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाय कुरैशी का लव जिहाद को लेकर बड़ा बयान सामने आया है माना जा सकता है कि उनके इस बयान को लेकर विरोध सामने आ सकता है, दरअसल राजधानी में चल रहे ‘लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल’ में ने अपनी बुक- ‘द पॉपुलेशन मिथ’ पर बात करते हुए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाय कुरैशी ने कहा कि लव जिहाद के लिए हिंदू लड़की ही जिम्मेदार है। मुस्लिमों में दहेज प्रथा नहीं है। हिंदू लड़कियां दहेज बचाने के लिए पढ़े-लिखे मुस्लिम लड़कों से शादी करती हैं। यदि इसे सुधार लिया, तो लव जिहाद कम हो जाएगा। उन्होंने खुलकर इस विषय पर अपनी बेबाक राय रखी। लव जिहाद जैसे मामलों के लिए उन्होंने हिन्दू लड़कियों को ही जिम्मेदार ठहराया।

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पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाय कुरैशी ने चर्चा के दौरान कहा कि समाज में सभी सुकून से रहते है लेकिन जान बूझकर चुनाव जीतने के लिए हिंदू-मुस्लिमों में नफरत फैलाई जा रही है। दरअसल ऐसे लोगों को लगता है कि गलत अफवाह फैलाकर चुनाव जीतना आसान रहेगा। उनका इशारा पॉलिटिकल पार्टीयों की तरफ़ था, उन्होंने राजनैतिक दलों पर सवाल खड़े किए, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाय कुरैशी ने यह भी कहा कि हिंदू-मुस्लिम को जान-बूझकर लड़ाया जाता है। चुनाव के बाद सब ठीक हो जाता है। हालांकि, UP के इलेक्शन में हिंदू-मुस्लिम का फैक्टर नहीं दिखा। लोग अब खुद ही तंग आ गए हैं। एसवाय कुरैशी ने कहा कि देश में यह प्रौपेगंडा चलाया जा रहा है कि आने वाले समय में मुस्लिम आबादी हिंदू आबादी के बराबर हो जाएगी। वहीं रिसर्च यह कहती है कि 10% मुस्लिमों को 51% तक आने में करीब 600 साल चाहिए। रिसर्च से पता चला कि हिंदू-मुस्लिम के बच्चों में आधा गैप है, जबकि कहा ये जाता है कि हिंदू के 2 तो मुस्लिम के 10 बच्चे होते हैं। जब पढ़ा तो पता चला कि ऐसा नहीं है।

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डॉ एस वाय कुरैशी ने मुस्लिम के बारे में लोगों की सोच पर भी अपने विचार जताए, उन्होंने कहा माना जाता है मुस्लिम जान-बूझकर बच्चे पैदा करते हैं, उनकी चार-चार बीवी होती हैं। ताकि वे पाॅपुलेशन बढ़ाकर पॉलिटिकल पॉवर कैप्चर कर सकें। रिसर्च में पता चला है कि ऐसा कुछ नहीं है। ऐसा कहने वाले हिंदुओं से भी कहते हैं कि तुम भी आठ-आठ बच्चे पैदा करो, वरना वो आगे निकल जाएंगे। हालांकि, किसी हिंदू ने उन्हें सीरियसली नहीं लिया। अपने परिवार के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरा भी परिवार है, खुशहाल परिवार है, मेरी एक बीवी है, जो चार बीवी के बराबर है। दो बच्चे हैं, वे इतने क्वालिटी के हैं कि लोग उन्हें 25 गिनते हैं। मैंने दो बीवी वाला मुसलमान भी नहीं देखा है। मेरी पत्नी ब्राह्मण है। मैंने उसे कभी नहीं बदला। डॉ कुरैशी ने भारत भवन में चल रहे लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल में अपनी लिखी किताब पर बात करते हुए अपने एक्सपीरियंस शेयर किये।


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Harpreet Kaur

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