पंडित प्रदीप मिश्रा के नाम पर धोखाधड़ी, किताबे और रुद्राक्ष के नाम पर आरोपियों ने भक्तों को ठगा

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Bhopal Pandit Pradeep Mishra Fraud : मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के नाम से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जानकारी के अनुसार फर्जी वेबसाइट और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उनके भक्तों से धोखाधड़ी की गई है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने  पं. मिश्रा के नाम पर लोगों को कुछ इस तरह बेवकूफ बनाया कि उनसे पैसे लेकर उनके द्वारा लिखित किताबें व रूद्राक्ष मंगवाने के नाम पर 500-500 रूपये मंगवा लिए थे। जब भक्तों को यह रुद्राक्ष और किताबे नहीं मिली तो उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम में संपर्क किया तो सच सामने आया कि उन्हे बेवकूफ बनाया गया है। शिकायत दर्ज होने के बाद सीहोर पुलिस ने राजस्थान के दोनों आरोपियों विकास विश्नोई पिता भगराज विश्नोई, निवासी राजीवनगरपुर, जिला जालौर, राजस्थान एवं मदनलाल निवासी ग्राम बौडा जिला जालौर, राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया गया।

 

यह था मामला

दरअसल  मामला तब सामने आया जब विट्ठलेश सेवा समिति के सदस्य समीर शुक्ला ने पुलिस थाना मंडी में पांच जनवरी को शिकायत की थी कि आरोपी विकास विश्नोई निवासी राजीवनगरपुर, जिला-जालौर राजस्थान ने पंडित प्रदीप मिश्रा की फोटो व आस्था लाइव का लोगो लगाकर वेबसाइट एवं व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे हैं। वह इन फोटो के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे ठग रहा है, आरोपियों ने समिति के क्यूआर कोड के स्थान पर अपना क्यूआर कोड लगा रखा है और लंबे समय से वह इस काम को अंजाम दे रहा है। उसके माध्यम से वह गुरुजी द्वारा लिखित किताब व रुद्राक्ष मंगाने के लिए 500-500 रुपये भक्तों से एकत्रित कर रहा है। जब यह राशि समिति के बैंक खाते में नहीं आई तब उसके द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप पर दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया, तब उक्त फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

 


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Harpreet Kaur

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