भोपाल।
मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद से ही बिजली कटौती को लेकर चौतरफा रूप से घिरी हुई है। तमाम कोशिशों के बाद भी बिजली व्यवस्था को सुचारु रूप से चला पाने में अब तक असफल रही है। यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह लगातार बिजली कटौती की इस समस्या से डैमेज कंट्रोल के लिए सतत प्रयास कर रहे है।
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सरकार की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि प्रदेश में सरप्लस बिजली है। शिवराज सरकार में लाइनों का मेंटेनेंस ना होने के कारण ट्रिपिंग हो रही है। ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने विभाग के सभी अधिकारियों को गंभीरता से काम करने के लिए कहा है। मंत्री ने कहा है कि अधिकारी अथवा कर्मचारी द्वारा जबावदेही में लापरवाही बरतने एवं जानबूझकर बिजली काटने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। ये बात आज आज ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर कहीं। उन्होंने बिजली कटौती का जिम्मेदार भाजपा को बताया।
लगातार कर रहे हाईलेवल मीटिंग
बत्ती गुल की समस्या से परेशान सरकार ने अब विभाग पर सख्ती के साथ तेजी से शिकंजा कस लिया है। ऊर्जा मंत्री विभाग के अफसरों के साथ लगातार हाईलेवल मीटिंग कर रहे है। बेहतर बिजली व्यवस्था बनाने के लिए मीटिंग में मंत्री अधिकारीयों एवं कर्मचारियों से फीडबैक ले रहे हैं। डबल मेन्टेन्स न करने के साथ-साथ प्लानिंग करके मेन्टेन्स करने के लिए कहा जा रहा है।
संचार व्यवस्था को सुगम बनाने के निर्देश
जेई स्तर पर व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर बिजली कटौती की व्यवस्था को ठीक करने की कोशिश करने की बात ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कही है। संचार व्यवस्था ठीक नहीं थी इसलिए हर कटौती को अघोषित कटौती माना जा रहा था, इसलिए बिजली काटने के पूर्व रहवासियों को समय पर सूचित करने की बात भी मंत्री ने कही है।
पुलिस को ट्रांसफॉर्मरों की निगरानी के लिए निर्देश
मंत्री ने बताया कि अब बिजली कटौती को लेकर ऊर्जा विभाग ने पुलिस विभाग से मदद मांगी है। साथ ही उन्होने यह भी कहा है कि भोपाल में बिजली विभाग द्वारा री डिस्ट्रीब्यूशन किया जाएगा क्योंकि अधिकारियों ने बिजली व्यवस्था को लेकर कई हिस्सों को विसंगतियां है। ओवरलोडिंग वाले स्थानों पर DTR लगाया जाएगा।
बीजेपी पर लगाया आरोप
मंत्री प्रियव्रत सिंह ने बताया कि मप्र में किसी तरह की कोई अघोषित बिजली कटौती नहीं की गई है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी
को हजम नहीं हो पा रहा है कि प्रदेश में कांगेस की सरकार है। लंगर डालकर बिजली कटवाने वाले विपक्षी दलों को जनता देख रही है। पिछले साल से 30 प्रतिशत ज्यादा बिजली सप्लाई इस साल किया गया है। कुछ असामाजिक तत्व ओर शरारती लोग जान बूझकर लाइन फॉल्ट कर रहे है। ऐसे लोगो पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए है। ऐसे लोगो पर लगाम लागाने के लिए पुलिस से मदद ली है। किसानों को 10 घंटे बिजली दी जा रही है।
प्रदेश में है सरप्लस बिजली
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में हमारे पास पर्याप्त बिजली है। पिछली साल की तुलना में हमने ज्यादा बिजली सप्लाई जून माह में की है। हमने 46 प्रतिशत ज्यादा बिजली सप्लाई की है। विपक्ष सिर्फ भ्रम फैला रहा है।