भोपाल। प्रदेश की सभी नगर निगमों के महापौर ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। महापौर परिषद ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस सरकार के हाथों में आने के बाद विकास कार्यों पर ग्रहण लग गया है। भोपाल में करीब 500 करोड़ के विकास कार्यों पर विराम लग चुका है। कहीं जनप्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन हो रहा है तो कहीं उन्हें अपमानित किया जा रहा है। अधिकारी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं वे जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं कर रहे हें।
महापौर परिषद की बैठक में भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने बताया कि अमृत योजना की मेचिंग राशि 220 करोड़ रुपए रोक ली गई। लिहाजा, पाइपलाइन बिछाने का काम, टंकियों का निर्माण, कोलार में पुरानी पाइपलाइन बदलने और भौंरी क्षेत्र में बड़े तालाब से जल प्रदाय ठप हो गया। साथ ही बड़ा तालाब, छोटा तालाब और शाहपुरा तालाब में सीवेज रोकने संबंधित कार्य बंद हो गए। प्रधानमंत्री हाउसिंग फॉर ऑल योजना की 122 करोड़ रुपए की राशि अभी तक जारी नहीं हुई। इस कारण कोकता परियोजना, मालीखेड़ी, हिनोतिया आलम, भानपुर, राहुल नगर में आवास निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 93 करोड़ रुपए मेचिंग ग्रांड के जारी नहीं किए गए। इससे स्मार्ट सिटी निर्माण में बाधा सामने आने लगी है।
आरोप बेबुनियाद मनगढ़ंत, असत्य और राजनीति से प्रेरित: सलूजा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने महापौर परिषद के प्रदेश अध्यक्ष आलोक शर्मा के उस बयान को बेबुनियाद और असत्य बताया है, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार पर विकास कार्य रोकने और महापौरों के अपमान करने का आरोप लगाया है। सजूला ने कहा कि कांगे्रस सरकार ने भ्रष्टाचार की उस व्यवस्था को समाप्त किया है, जो शिवराज सरकार में बेरोकटोक जारी थी। यही कारण है कि तत्कालीन व्यवस्था से जुड़े लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। इसलिए वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
सलूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दो महीने से कम समय में ही लोक कल्याणकारी कार्यों को शुरू करने की एक मिसाल पेश की है। विकास की गंगा बहाई है। प्रदेशवासी इस सरकार को ”जनता की सरकार’ के रूप में महसूस करने लगे हैं। प्रदेश के 55 लाख किसानों की ऋण माफी, उद्योगों में 70 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार की व्यवस्था, हर ग्राम पंचायत में गोशालायें खोलने का काम शुरू करना, शहरी बेरोजगारों के लिये युवा स्वाभिमान योजना कुछ ऐसे बड़े काम हैं, जिनसे जनता के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहचान बनी है।