भोपाल।
देश में पहले चरण में मतदान का प्रतिशत गिरने से मध्य प्रदेश भी चिंतित नजर आ रहा है… 1998 का रिकाॅर्ड तोड़ने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से स्वीप गतिविधियां तेज करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की तैयारी है कि इस बार लोकसभा चुनाव में अब तक का नया रिकाॅर्ड बनाया जाए और इसके लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को 1998 से अधिक मतदान कराने के निर्देश दिए गए हैं।प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लेखा-जोखा की बात की जाए तो 16 बार के लोकसभा चुनाव में 1998 में सबसे अधिक मतदान हुआ था।
इस साल प्रदेश में 61.72 प्रतिशत मतदान हुआ था।जो प्रदेश में लोकसभा चुनाव का सबसे अधिक मतदान का प्रतिशत रहा है। पिछले चुनाव की बात की जाए तो 2014 में मतदान प्रतिशत 61.60 प्रतिशत पर सिमट गया था। लंबे समय से निर्वाचन का काम देखने वाले विशेषज्ञों की सलाह है कि यदि इस बार मतदान केंद्रों पर गर्मी से बचने के पुख्ता इंतजार कर दिए जाएं तो मतदान का नया रिकाॅर्ड कायम हो सकता हैय क्योंकि प्रदेश में अच्छा माहौल है।