भोपाल-हाईटेंशन लाइन टूटकर गिरी, डॉक्‍टर की मौत, विद्युत विभाग को नोटिस

मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमडी, म०प्र० मध्‍य क्षेत्र विद्युत विभाग भोपाल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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BHOPAL NEWS : भोपाल शहर के अशोका गार्डन स्थित सुभाष कॉलोनी के सुंदर नगर में बीते सोमवार को 11केवी की हाईटेंशन लाइन टूटकर नीचे गिर गई। उसे हटाने की कोशिश में एक होम्योपैथिक डॉक्‍टर उपेन्द्र तिवारी करंट की चपेट में आ गए, मौके पर ही मृत्‍यु हो गई। ये घटना वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि घरों के बाहर से गुजर रही 11 केवी हाईटेंशन लाइन टूटकर गिरते ही आग लग जाती, हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक होम्योपैथी डॉक्टर की मौत हो गई और 3 लोग झुलस गए।

घटना के बाद जमकर हुआ हंगामा 

इस घटना के विरोध में बड़ी संख्या में रहवासी एकत्रित हो गए और बिजली कंपनी के खिलाफ हंगामा किया. नारेबाजी कर विरोध जताया, अशोका गार्डन थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे, पुलिस की माने तो जैसे ही घटना की सूचना मिली तो पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लोगों को शांत कराया. मामले के अनुसार 80 फीट रोड अशोका गार्डन निवासी डॉ. उपेंद्र तिवारी व उनकी पत्नी डॉ. डिंपल तिवारी की सुंदर नगर में किराए की दुकान में क्लीनिक है। ये हादसा सोमवार को रात करीब 8 बजे हुआ। डॉ. उपेंद्र और उनकी पत्नी क्लीनिक में थे, इस बीच 11 केवी का कनेक्टर टूटकर गिर गया, जोरदार आवाज के साथ वायर टूटकर नीचे गिरने की आवाज सुनकर डाक्टर तिवारी क्लिनिक से बाहर आए, उन्होंने देखा की तार गिरने से उनकी बाइक में आग लग गई, जल्दबाजी में डाक्टर तिवारी जलती बाइक से तार को हटाने की कोशिश करने लगे, इस दौरान झटका लगा और वह नीचे गिर पड़े, मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बिजली की लाइन टूटने से सड़क पर भरे पानी में करंट फैल गया, वहां मौजूद लोगों ने डॉक्टर सहित अन्य घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ देर चले इलाज के बाद डॉक्टर को मृत घोषित कर दिया गया, पुलिस मामले की जांच कर रही है, घटना में पुलिस लापरवाही करने वालों की भी जांच कर रही है की आखिरकार किसकी लापरवाही से यह तार टूटा और जान चली गई।

आयोग ने लिया संज्ञान दिया नोटिस 

मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमडी, म०प्र० मध्‍य क्षेत्र विद्युत वि.क.लि., भोपाल से मामले की जांच कराकर मृतक के उत्‍तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि तथा क्षतिग्रस्त एचटीएल को सुरक्षित किये जाने के सम्‍बन्‍ध में प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।


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Sushma Bhardwaj

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