स्टार्टअप रैंकिंग में मध्यप्रदेश को लीडर बनाने में उच्च शिक्षा विभाग की अहम भूमिका, कालेजों में बने इंक्यूबेशन सेंटर्स ने दिए शानदार रिजल्ट

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BHOPAL NEWS : स्वच्छता में बाजी मारने के बाद मध्य प्रदेश पूरे देश में स्टार्टअप का लीडर भी बन गया। मध्यप्रदेश को वर्ष 2022 की राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर के रूप में सम्मानित किया गया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश को लीडर राज्य के रूप में सम्मानित किया। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार ने फरवरी 2022 में नई स्टार्टअप नीति जारी की थी। इसके चलते राज्य में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या में दो साल में 108% की वृद्धि हुई है। राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग का उद्देश्य प्रतिस्पर्धी और सहकारी संघवाद की भावना को बढ़ावा देना है। इससे स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन मिल रहा है।

उच्च शिक्षा विभाग के स्टार्टअप 
स्टार्टअप रैंकिंग में प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों में स्टार्टअप उद्यम के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए एक कुशल तंत्र बनाने की पहल के लिए विशेष रूप से मान्यता दी गई है। मध्यप्रदेश में अगर उच्च शिक्षा विभाग की बात की जाए तो इन प्रयासों ने भी प्रदेश को इस उपलब्धि को दिलवाने में अहम भूमिका निभाई।  जिस वक्त कॉलेजों में इंक्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की गई उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री थे और दीपक सिंह उच्च शिक्षा आयुक्त थे।

 मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन

सेंटर्स की स्थापना

इन्क्यूबेशन केंद्र की स्थापना का आधार एवं अद्यतन स्थिति :

• आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत मध्यप्रदेश शासन ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश कार्यक्रम का आरम्भ किया गया। माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने 18 अगस्त 2020 को घोषणा की कि “प्रदेश के विश्वविद्यालयों में इन्क्युबेशन सेंटर्स की स्थापना की जाए।” (क्र. 0236)

• आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप AtmaN MP@ 23 के अंतर्गत

आउटकम: आउटपुट इंडिकेटर 11:5 में 06 राज्य विश्वद्यालयों में इन्क्यूबेशन केन्द्रों की स्थापना के द्वारा प्रतिवर्ष 25 नवोन्मेषी विचार/ स्टार्टअप को पोषित करने का लक्ष्य रखा गया।

• राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के द्वारा “उद्योगों के साथ साझेदारी के तहत उच्चतर शिक्षा संस्थानों में इन्क्यूबेशन केंद्र स्थापित किये जायेंगे।”

• दिसंबर 2023 तक  16 विश्वविद्यालय एवं 19 स्वशासी महाविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की गई है।

• उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दिनांक 31/10/2022 को विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी किये गए।

विकास का प्रथम चरण:

स्थापना : फरवरी 2021 में विभाग द्वारा में 06 विश्वविद्यालयों (रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर,

बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल, अवधेश प्रताप सिंह, रीवा, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर एवं विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन) में इन्क्यूबेशन सेंटर्स स्थापित किये गए।

• कम्पनी के रूप में पंजीकरण :

नीति आयोग के अंतर्गत स्थापित अटल इन्नोवेशन मिशन (AIM) द्वारा अटल इन्क्यूबेशन सेंटर (AIC) की स्थापना, उद्योग-संवर्धन और आंतरिक व्यापर विभाग (DPIIT) में स्टार्टअप्स के पंजीकरण अथवा भारत सरकार के मंत्रालयों से अनुदान प्राप्ति की पात्रता प्राप्त करने हेतु देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर एवं रानी दुर्गावती इन्क्यूबेशन सेंटर कंपनी एक्ट 2013 के सेक्शन 08 के तहत पंजीकृत हो चुके हैं।

• भारत सरकार से स्वीकृत प्रस्ताव :

1- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के

i-TBI (i-Technology Based Incubator) द्वारा रु 5 करोड़ स्वीकृत 1

2- रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर इन्क्यूबेशन सेण्टर को अटल इन्नोवेशन मिशन, नीति आयोग द्वारा अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर (A.C.LC.) के लिए राशि रु. 2.5 करोड़ स्वीकृत।

3- जीवजी विवि को रु 13.4 लाख AICTE से प्राप्त हुए।

• पेटेंट:

पेटेंट कार्यालय, भारत सरकार से विश्वविद्यालयों के इन्क्यूबेशन सेंटर्स को कुल 14 पेटेंट प्राप्त हो चुके हैं (देवी अहिल्या विवि को 06, रानी दुर्गावती विवि-04, विक्रम विवि-03, बरकतुल्लाह विवि को 01)

 

विकास का द्वित्तीय चरण नवीन इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना:

1. फरवरी 2023 में 01 अतिरिक्त विश्वविद्यालय महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विवि, छतरपुर आदेश क्र. 140/17/RUSA/CC/22/38/22/02/23) एवं

2. 19 स्वशासी महाविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की गई है। भोपाल  इंदौर  ग्वालियर रीवा जबलपुर उज्जैन सागर में इन्क्यूबेशन सेंटर्सकी स्थापना की गई।

3. 13 मई 2023 को 09 विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की गई। (आदेश क्र. 1154 विवै. परि/2023, 13/05/2023) । अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विवि, भोपाल

2 म.प्र. भोज (मुक्त) विवि, भोपाल

3 महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विवि, सतना

4 राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय, भोपाल 5 महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विवि, उज्जैन

6 डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामजिक विज्ञान विवि महू इंदौर

7 पं शम्भू नाथ शुक्ला विवि, शहडोल 8 म.प्र. धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि संस्थान विवि, जबलपुर

9 राजा शंकर शाह विवि, छिन्दवाड़ा

4. विभाग द्वारा इन्क्यूबेशन सेंटर्स को प्रदत्त सहयोग राशि कुल रु. 95 लाख : प्रति स्वशासी महाविद्यालय रु 05 लाख ख। । (आदेश क्र.617 /विबें. परि./2023/07/03/23)

5. उच्च शिक्षा इन्क्यूबेशन सेंटर हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश (नवीन) प्रतीक चिन्ह (लोगो), ध्येय वाक्य (मोटो) एवं नाम- पट्ट (बोर्ड) प्रारूप – इन्क्यूबेशन सेंटर के सम्बन्ध में विभाग के लक्ष्य और दृष्टि को समस्त सेंटर्स को संप्रेषित कर एकरूपता लाने के उद्देश्य से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गए।

उच्च शिक्षा इन्क्यूबेशन सेंटर का नाम ‘नीव’ (NIEV:

6. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग म.प्र. के अंतर्गत स्टेट स्टार्ट अप्स सेंटर के साथ उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए निर्णयानुसार एम.एस.एम.ई. द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत विश्विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के इन्क्यबेशन सेंटर्स को कम्पनी अधिनियम

पेटेंट:

पेटेंट कार्यालय, भारत सरकार से विश्वविद्यालयों के इन्क्यूबेशन सेंटर्स को कुल 14 पेटेंट प्राप्त हो चुके हैं (देवी अहिल्या विवि को 06, रानी दुर्गावती विवि- 04, विक्रम विवि-03, बरकतुल्लाह विवि को 01) | समस्त 06 विश्वविद्यालयों द्वारा 27 पेटेंट हेतु आवेदन प्रगतिशील ।

• स्टार्ट अप्स की स्थिति :

1- विश्वविद्यालय स्तर पर 65 स्टार्ट-अप्स के विभिन्न स्तरों पर कार्यवाही प्रक्रियाधीन ।

2- स्टार्ट अप्स को विश्वविद्यालयों द्वारा प्रोत्साहन राशि रु. 12.75 लाख वितरित ।

3- मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा कु. रूपाली दत्ता को नवाचार हेतु रु. 5 लाख प्रोत्साहन पुरस्कार ।

4. कुल लाभान्चित विद्यार्थी संख्या लगभग 120 है।

• कैपेसिटी बिल्डिंग:

1- 16 -20 अगस्त 2022 आरसीव्हीपी नरोन्हा अकादमी भोपाल में प्रशिक्षण- भ्रमण कार्यशाला। 2- 14 दिसंबर 2022 इन्वेस्ट इण्डिया टीम द्वारा समस्त नोडल

अधिकारियों हेतु प्रशिक्षण एवं कार्यशाला। 3- 16-17 मार्च 2023 दृष्टि इन्क्यूबेशन सेंटर, III इंदौर द्वारा

विश्वविद्यालय एवं स्वशासी महाविद्यालय नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण एवं कार्यशाला ।

4- सागर, सतना, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर स्मार्ट सिटी इंक्यूबेशन सेंटर के साथ MoU / संयुक्त गतिविधियां ।

5- MSME विभाग द्वारा म.प्र. स्टार्ट-अप सेंटर के माध्यम से 06 विश्वविद्यालयों के साथ विद्यार्थियों में नवोन्मेषी विचारों की खोज हेतु हैकाथोन, बूट केम्पस आदि गतिविधियों का आयोजन जारी।

• विश्वविद्यालयों के प्रमुख उल्लेखनीय स्टार्ट अप्स :

विश्वविद्यालय का नाम रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर

स्टार्ट अप्स

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर,

Medireal Herbal Soap.

Kilkaari Era, WinDow, Emplo-Aid, Career Hub, Feedbox, Shopobal

बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल,

Liquid Bio Fertilizer, Under Water drone

अवधेश प्रताप सिंह, रौवा,

Automatic Solar Street Light,

जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर

Papaya Leaf Fermenta,

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन

Diabetic Healing Ointment

Edubome, Biofencing. Homeserve, Destiny Books, Smart Kheti, Malwa Daal Baati Hb

विकास का द्वित्तीय चरण

नवीन इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना:

1. फरवरी 2023 में 01 अतिरिक्त विश्वविद्यालय महाराजा छत्रसाल

बुंदेलखंड विवि, छतरपुर

2. 19 स्वशासी महाविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की गई है।

3. भोपाल (IEHE, SNGPG, MLB, GITANJALI GPGC)

4. इंदौर (HOLKAR SC, MATA JIJABAI GPGC) ग्वालियर (KRG, MLB ARTS &COMMERCE, PG COLLEGE
5. उच्च शिक्षा इन्क्यूबेशन सेंटर हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश (नवीन) प्रतीक चिन्ह (लोगो), ध्येय वाक्य (मोटो) एवं नाम- पट्ट (बोर्ड) प्रारूप – इन्क्यूबेशन सेंटर के सम्बन्ध में विभाग के लक्ष्य और दृष्टि को समस्त सेंटर्स को संप्रेषित कर एकरूपता लाने के उद्देश्य से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गए। उच्च शिक्षा इन्क्यूबेशन सेंटर का नाम ‘नीव’ (NIEV: Nurturing of Innovation & Entrepreneurship Vision) ) प्रतीक चिन्ह (लोगो), प्रेरक वाक्य (Motto: draw dreamsDesign destiny…) नाम पट्ट प्रारूप के साथ जारी किया गया।

6. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग म.प्र. के अंतर्गत स्टेट स्टार्ट अप्स सेंटर के साथ उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए निर्णयानुसार एम.एस.एम.ई. द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत विश्विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के इन्क्यूबेशन सेंटर्स को कम्पनी अधिनियम 2014 की धारा 08 के तहत कम्पनी के रूप में गठित करने हेतु विधि-विशेषज्ञ को नामांकित किया गया। समस्त विश्वविद्यालयों के इन्क्यूबेशन सेंटर्स को विवि द्वारा प्रथक बजट आंवटित कर नीति आयोग के अंतर्गत अटल इनोवेशन मिशन द्वारा अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की दिशा में समस्त आवश्यक कदम उठाने हेतु निर्देश जारी किये गए।

 


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Sushma Bhardwaj

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