MP Election 2023 Result : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मात्र 66 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस अब हार के कारणों की तलाश में जुट गई है, पार्टी ने आज मंगलवार 5 दिसंबर को सभी अधिकृत प्रत्याशियों की बैठक बुलाई इसमें जीते हुए और हारे हुए प्रत्याशी शामिल थे, बैठक को कमलनाथ ने संबोधित किया और एक एक कर प्रत्याशियों ने अपनी अपनी राय व्यक्त की। बैठक में कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हुए।
1977 की बड़ी हार और फिर शानदार जीत की बात बताकर बढ़ाया उत्साह
कमलनाथ ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम इस चुनाव में हार गये हैं लेकिन मुझे याद है कि हम 1977 में इससे भी बुरी तरह से हारे थे। उस समय श्रीमती इंदिरा गांधी और संजय गांधी जैसे देश के हमारे शीर्ष नेता भी चुनाव हारे थे। पूरा माहौल कांग्रेस के खिलाफ लगता था, लेकिन हम सभी एकजुट हुये और मैदान में आये। तीन साल बाद हुये चुनाव में 300 से अधिक सीटों के साथ इंदिरा गांधी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी, इसी तरह हमें 4 महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाना है और पूरी ताकत के साथ अपनी सरकार बनाना है।
चुनाव की समीक्षा करने, वैज्ञानिक ढंग से विश्लेषण करने के निर्देश
कमलनाथ ने कहा कि सभी प्रत्याशी और विधायक अपने चुनाव की पूरी समीक्षा करें, इसका वैज्ञानिक ढंग से विश्लेषण करें कि वे क्यों हारे या क्यों जीते? उन्होंने सभी प्रत्याशियों से अगले दस दिन के अंदर दो अलग-अलग रिपोर्ट उनके पास भेजने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट में चुनाव का विश्लेषण और दूसरी रिपोर्ट में संगठन की समीक्षा गुप्त रूप से भेजी जाये, उन्होंने कहा कि वे जल्दी ही पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे और लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी पार्टी जुट जायेगी।
प्रत्याशियों ने बताये अपने अनुभव, प्रशासन और ईवीएम रहे निशाने पर
बैठक में जीते जुए और हारे हुए प्रत्याशियों ने ईवीएम में गड़बड़ी, प्रशासनिक लॉबी का भाजपा का सहयोग करना, मशीन के वोटों के साथ छेड़छाड़ करना जैसे बातें रखी गई , सबको सुनने के बाद कमलनाथ ने कहा कि सभी प्रत्याशी विस्तार से और तथ्यों के साथ अपनी रिपोर्ट उन्हें भेजें। ईवीएम को लेकर उन्हें भी बहुत सी शिकायतें मिली हैं। इस मुद्दे को वह राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने दिल्ली की बैठकों में उठायेंगे और इस विषय पर संपूर्ण रूप से गहन अध्ययन कर समाधान करने का रास्ता निकालेंगे। कमलनाथ ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस प्रत्याशियों को अपनी अन्य कमियों को नहीं देखना है। हमें अपने एक-एक कमी को दूर करके लोकसभा चुनाव में उतरना है और कांग्रेस पार्टी को विजयी बनाना है।