कमलनाथ की MP की जनता से अपील-”सच्चाई को पहचानते हुए सच्चाई का साथ दें”

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संकट (Corona Crisis) को देखते हुए इस बार स्वतंतत्रा दिवस (Independence Day) सादे ढंग से मनाया जाएगा। कोई भी पारंपरिक सार्वजनिक कार्यक्रमों (Traditional And Public Program) का आयोजन नहीं किया जाएगा। सभी मंत्री भोपाल में ही रहेंगे। वहीं दूसरी ओर पूर्व सीएम कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) आगामी उपचुनाव को देखते हुए आज 14 अगस्त को प्रदेश की जनता को सम्बोधित करते हुए भावुक संदेश दिया है। कमल नाथ के संबोधन में खास बात यह रही कि उन्होंने बिना बीजेपी (BJP) का नाम लिए उस पर कटाक्ष किए।

संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य
अपने संबोधन में कमल नाथ ने कहा कि, मैंने पिछले बार मुख्यमंत्री के रूप में आप सभी को संबोधित किया था और शुभकामनाएं दी थी। त्याग और कुर्बानी के साथ पूज्य महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में देश आजाद हुआ। उन्होंने कहा की प्रजातंत्र के ढांचे में हमारा संविधान बना और आज इसकी रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है, ताकि आगे आने वाली पीढ़ी को हम प्रजातांत्रिक चरित्र सौंप सके। बाबासाहेब अंबेडकर ने जब संविधान बनाया था उन्होंने नैतिक और सैद्धांतिक राजनीति देश में हो उसके अनुसार प्रावधान रखे थे। आज संविधान खतरे में है यह चित्र आप सबके सामने है।

किसान कर्जमाफी के दूसरे चरण 1 जून से शुरू होना था
उन्होंने कहा 17 दिसंबर 2018 को मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी 20 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा मेरी सरकार को सिर्फ 15 महीने मिले। इन 15 महीनों में मैंने किसानों, नौजवानों और गरीबों के लिए योजना बनाकर काम करना शुरू किया। किसान फसल कर्ज माफी योजना को दो चरण में मेरी सरकार ने लगभग 27 लाख किसान का कर्जा माफ किया। 1 जून 2020 से तीसरा चरण प्रारंभ होने वाला था, जिसमें लगभग 5 लाख किसानों का कर्जा माफ करने का प्रावधान था।

प्रदेश में निवेश तभी आता है जब विश्वास हो
उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के युवकों की एक नई सोच है, उनकी आशाएं हैं उनमें आगे बढ़ने की तड़प है। इन नौजवानों के भविष्य को सुरक्षित करने की योजना पर मैंने कार्य शुरू किया। उन्होंने कहा प्रदेश में निवेश तभी आता है जब विश्वास हो। मध्य प्रदेश के प्रति विश्वास कैसे बढ़ेगा इसकी जरूरत थी। उन्होंने कहा मैंने विश्वास बढ़ाने का प्रयास किया था इससे प्रदेश के नौजवानों को रोजगार मिलता और आर्थिक गतिविधि मैं तेजी आती। मध्यप्रदेश की एक नई पहचान और प्रोफाइल बने इसके लिए एक नई शुरुआत करी।

100 रुपए में 100 यूनिट बिजली दी
कमलनाथ ने कहा बहुत समय से माफिया और मिलावटखोर मध्य प्रदेश की पहचान थे। मैंने इनके खिलाफ अभियान शुरू किया मैंने प्रदेश में 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली देने का निर्णय लिया और किसानों को सिंचाई पंप लगाने और बिजली कनेक्शन लगाने की राशि को कम किया। मैंने कन्या विवाह की राशि बढ़ाकर 51 हज़ार की, वही बुजुर्गों की पेंशन राशि 600 रुपए की। उन्होंने कहा गौमाता के संरक्षण और सुरक्षा की बहुत बड़ी आवश्यकता थी। हमने गौशाला के निर्माण की शुरुआत की। उन्होंने कहा देशभर में सबसे ज्यादा गौशाला हमारे प्रदेश में बनेगी। कमलनाथ ने कहा मेरी सरकार में सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते बढ़ाने, स्वास्थ्य बीमा जैसे कर्मचारी हित में फैसले लिए। कमलनाथ ने कहा कि हमने अध्यात्म विभाग बनाया और तब राम वन गमन पथ की योजना बनाकर राशि स्वीकृत की।

कोरोना के संघर्ष में जनता के साथ है
कमल नाथ ने कहा, उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर, ओमकारेश्वर मंदिर के विकास के साथ-साथ पवित्र नर्मदा और शिप्रा नदी के संरक्षण का अभियान प्रारंभ किया। उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि मध्यप्रदेश की एक विशेष पहचान बने। हमारा प्रदेश एक समृद्ध और विकसित राज्य बने। प्रदेश के नागरिक पिछले महीनों से करोना महामारी का सामना कर रहे हैं। उनके संघर्ष में हम सभी उनके साथ हैं। उन्होंने कहा प्रदेश के कोरोना वारियर्स को मैं सेल्यूट करता हूं। मेरी सरकार ने प्रदेश की जनता के हित में जो कार्य और योजनाएं शुरू की थी उनमें से कुछ अधूरी है। उन्होंने कहा प्रदेश में खुशहाली का दौर जो हमने शुरू किया था वह रुक गया। मेरे सपनों का मध्य प्रदेश एक नया मध्यप्रदेश बनाने का मैंने संकल्प लिया है।

सच्चाई को पहचानते हुए सच्चाई का साथ दें
उन्होंने कहा, हर साल 15 अगस्त हम सभी के लिए एक नई प्रेरणा लेकर आता है। उन्होंने कहा हमें इस बार लोकतंत्र और संविधान को मजबूत बनाने के लिए एकजुट होकर आगे आना होगा। आज प्रदेश की तस्वीर आपके सामने हैं आज के दिन हम संकल्प लें कि हम सच्चाई को पहचानते हुए सच्चाई का साथ दें।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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