भोपाल। अपने बयानों और पार्टी लाइन से अलग हटकर बोलने वाले कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के चांचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर अपने मन की बात ट्विटर के जरिए सार्वजनिक की है। इस बार लक्ष्मण सिंह ने केन्द्रीय बजट पर अपनी पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है। उनका कहना है कि बजट पर तत्काल समीक्षा न करते हुए एक साल बाद समीक्षा करनी चाहिए।
केन्द्रीय बजट पेश होने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी इसे निराशाजनक और जनता के साथ धोखा बता रही थी। मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत उनके मंत्री और कांग्रेस नेताओं ने भी बजट को आंकड़ों का मायाजाल बताते हुए देश के लिए निराशाजनक और हवाई सपने दिखाने वाला बताया था। लेकिन इन सब के बीच कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने बजट को लेकर अपनी पार्टी से अलग हटकर बयान दिया है। लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि ‘देश, प्रदेश का बजट पारित होते ही समीक्षा करना उचित नहीं है। समीक्षा एक वर्ष बाद करना चाहिए। अगर उसमें खामियां हैं, तो उजागर करें,अन्यथा शुरू में आलोचना कर एक निराशा का वातावरण बनाना उचित नहीं है’।
ये पहली बार नहीं है जब लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ आवाज उठाई हो। इससे पहले भी कई बार विभिन्न मुद्दों पर लक्ष्मण सिंह ने पार्टी से अलग सुर लगाए है। फिर चाहे वो मुख्यमंत्री कमलनाथ को मजबूर मुख्यमंत्री बताने वाला मालमा हो या फिर सीएए का समर्थन करने का मामला। इसके अलावा लक्ष्मण सिंह ने मध्य प्रदेश में 10 दिन के भीतर कर्जमाफी ना होने पर राहुल गांधी पर निशाना साधा था और उनसे मध्य प्रदेश के किसानों से माफी मांगने को कहा था।