भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष का चयन बिना वोटिंग प्रक्रिया के ही हो गया। प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना बिना वोटिंग के ध्वनिमत के आधार पर एनपी प्रजापति को स्पीकर घोषित कर दिया। इस पूरी प्रक्रिया पर बीजेपी ने आपत्ती दर्ज कराई। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मीडिया से कहा कि विपक्ष की तरफ से हमने विजय शाह को स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सत्ता पक्ष नहीं चाहता था कि वोटिंग हो। उन्होंने लोकतांत्रिक और संवैधानिक व्यवस्थाओं से परे कार्य होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस संबंध में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अवगत करा दिया गया है।
नेता प्रतिप७ ने कहा कि आज के पूरे घटनाक्रम और प्रोटेम स्पीकर की भूमिका के बारे में राज्यपाल को अवगत करा दिया गया है। उनका दावा है कि राज्यपाल ने नियमों के अनुरूप इस मामले को दिखवाने का आश्वासन दिया है। इसके पहले भाजपा विधायक विधानसभा से पैदल मार्च करते हुए राजभवन तक पहुंचे और फिर भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की। भार्गव ने कहा कि भाजपा ने आज सदन की दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार किया है। आज दोपहर तीन बजे बाद भी भाजपा विधायक कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे। लेकिन बुधवार से सदन की कार्यवाही में प्रत्येक अवसर पर सरकार के अलोकतांत्रिक कदमों का विरोध किया जाएगा।
विधानसभा में उपाध्यक्ष पद को लेकर किए गए सवाल के जवाब में भार्गव ने कहा कि हम लोग पदों के लिए संघर्ष नहीं करते। लोकतांत्रिक व्यवस्था बनाए रखने और लोगों के हित आगे रखकर संघर्ष करते हैं। राज्यपाल से मिलने के बाद विधायक नरोत्तम मिश्र ने कहा कि हमने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है और चुनाव कराने की मांग की है। मिश्रा ने कहा कि भाजपा कोर्ट भी जा सकती है। सभी कानूनी सलाह लेने के बाद कोई फैसला लिया जाएगा।