Bhopal News : आदिवासियों की रोजी रोटी है महुआ, इसपर टिप्पणी, आदिवासियों पर टिप्पणी है, सीएम यादव के बयान पर बोले उमंग सिंघार

मीडिया ने जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से सीएम द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी पर उनकी प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कहा कि महुआ आदिवासियों की रोजी रोटी है और यदि मुख्यमंत्री इस पर टिप्पणी कर रहे है तो वे सीधे सीधे आदिवासियों पर राहुल गांधी के माध्यम से टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें तो आदिवासियों की रोजी रोटी की बात करना चाहिए, उनके शौक क्या है सब जानते हैं ।   

Rahul Gandhi tasted Mahua

Bhopal News : लोकसभा चुनाव में पार्टियों की बढ़ती प्रचार स्पीड के साथ साथ जुबानी हमले भी तेज हो गए हैं, राहुल गांधी की एमपी यात्रा के बाद प्रदेश में सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है, राहुल गांधी ने आदिवासियों के बीच जाकर महुआ का स्वाद चखा तो उसपर भी सियासत शुरू हो गई, सीएम मोहन यादव ने इसपर तंज कसा जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने उनपर पलटवार किया है।

महुआ चखकर बोले राहुल गांधी – NOT BAD 

सीएम मोहन यादव ने कहा, राहुल मूल राजनीति के लायक नहीं 

सियासत में बयान युद्द तेज हो गया है, मीडिया ने जब राहुल गांधी के महुआ चखते वायरल वीडियो पर सीएम डॉ मोहन यादव से उनकी प्रतिक्रिया चाही तो उन्होंने कहा राहुल गांधी जबरदस्ती के नेता हैं वो मूल राजनीति के लायक नहीं है, महुआ खाकर बता दिया कि उनके क्या शौक है यदि उन्हें यही करना है तो उनका स्वागत है।

उमंग सिंघार का पलटवार, सीएम की टिप्पणी , आदिवासियों पर टिप्पणी 

आज मीडिया ने जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से सीएम द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी पर उनकी प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कहा कि महुआ आदिवासियों की रोजी रोटी है और यदि मुख्यमंत्री इस पर टिप्पणी कर रहे है तो वे सीधे सीधे आदिवासियों पर राहुल गांधी के माध्यम से टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें तो आदिवासियों की रोजी रोटी की बात करना चाहिए, उनके शौक क्या है सब जानते हैं ।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....