इस पॉलिसी का नाम जीवन लाभ (936) है। यह एक नॉन लिंक्ड पॉलिसी(non linked policy) है। अहम बात तो ये है कि इस पॉलिसी का शेयर मॉर्केट (Share Market) से कोई संबंध नहीं है। यह एक लिमिटड प्रीमियम प्लान है। LIC की जीवल लाभ पॉलिसी को लेने के लिए कम से कम उम्र 8 वर्ष जरूर होनी चाहिए।
इसके लिए आपको तीन 16 साल, 21 साल और 25 साल की अवधि वाले ऑप्शन मिलेंगे। आपको कम से कम सम एश्योर्ड 2 लाख रु का लेना ही होगा, वैसे इसकी मैक्सीमम लिमिट कोई नहीं है। अगर बात प्रीमियम की करें तो 16 साल की पॉलिसी पर आपको 10 साल तक प्रीमियम देना होगा। जबकि 21 साल की पॉलिसी के लिए 15 साल और 25 साल की पॉलिसी (LIC Jeevan Labh Policy) लेने वालों को 16 तक प्रीमियम भरना होगा।
खास बात ये है कि अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु, पालिसी अवधि के दौरान होती है और उसने मृत्यु तक सभी प्रीमियम का भुगतान किया है, तो उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ के रूप में मृत्यु पर मिलने वाली बीमित रकम, सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडीशन बोनस (अगर कुछ है तो) का भुगतान किया जाता है, इसका मतलब यह है कि नॉमिनी को अतिरिक्त बीमा राशि मिलेगी।
ऐसे मिलेंगे 17 लाख
जिस व्यक्ति ने 10 साल में 8.22 लाख रु का प्रीमियम अदा किया है उसे 16 साल बाद सम एस्योर्ड के रूप में 10 लाख रु के अलावा 6,88,00 रुपए का रिविजनरी बोनस भी मिलेगा। इसके साथ ही फाइनल एडिशनल बोनस के रूप में 25000 रपए दिए जाएंगे लिहाजा कुल रकम 17,13,000 रुपए होगी। 10 साल में 8,22,900 रुपए के बदले मैच्योरिटी पर 17,13,000 रुपए मिलेंगे।
- एलआईसी जीवन लाभ – मुख्य विशेषताएं
- यह योजना आपको 16 साल, 21 साल या 25 साल के विभिन्न विकल्पों के साथ पॉलिसी कार्यकाल चुनने की अनुमति देती है।
- यह मूल रूप से एक नोन-लिंक्ड, सीमित प्रीमियम भुगतान अवधि पॉलिसी है।
- यह मूल रूप से व्यक्तिगत निवेशकों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- आपको प्रीमियम भुगतान अवधि का विकल्प भी मिलेगा जिसमें 10 वर्ष, 15 वर्ष या 16 वर्ष शामिल होंगे।
- यह वार्षिक, अर्ध-वार्षिक, त्रैमासिक, मासिक प्रीमियम भुगतान आवृत्ति के साथ आता है।
- यह एक ऋण सुविधा के साथ आता है। ऐसे मामले में जहां पॉलिसीधारक ने लगातार 3 साल के लिए प्रीमियम का भुगतान किया है और यदि पॉलिसी समर्पण मूल्य तक पहुंच गई है तो बीमाधारक ऋण सुविधा का लाभ उठा सकेगा।
- पॉलिसी जारी करने की तारीख से 15 दिनों की निःशुल्क जाँचने की अवधि प्रदान करता है।
2 साल की पुनरुद्धार अवधि प्रदान करता है।
- पॉलिसीधारक बकाया भुगतान के साथ-साथ ब्याज और अन्य खर्चों का भुगतान करके पॉलिसी को पुनर्जीवित कर सकता है।