भोपाल। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद सभी दल अपने सभी कार्यकर्ताओं और सभी संगठनों को जमीनी स्तर पर सक्रिय करने में लगे हैं| कांग्रेस के कार्यकर्ता भी जन-जन तक पहुंच रहे हैं इसमें सेवादल के कार्यकर्ताओं का खासा योगदान है| लोकसभा चुनाव को लेकर सेवादल कांग्रेस के साथ मिलकर बूथ लेवल तक काम करेगी। सेवादल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ भी पढ़ायेगा| अनुशासन के प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमे पार्षद से लेकर मंत्री भी शामिल होंगे| वहीं सेवादल ने अपने लोगों को लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए भी पैरवी की है| सेवादल ने सर्वे कराया है और इसके आधार पर उन्होंने पार्टी को जिताउ उम्मीदवारों का पैनल को सौंप दिया है।
सेवादल का दावा है कि 29 में से 15 सीटें ऐसी हैं, जिन पर सेवादल का उम्मीदवार जीत सकता है। सेवादल ने कहा है कि सर्वे में बेहतर पाए गए लोगों को टिकट मिलता है तो निश्चित तौर पर पार्टी को लाभ होगा। वर्तमान में मध्यप्रदेश से कांग्रेस के तीन सांसद है। कांग्रेस इस बार मध्यप्रदेश में 20 से अधिक लोकसभा सीटों पर जीत का टारगेट लेकर चल रही है।
इन सीटों पर दिया पैनल –
प्रदेश की इंदौर, भोपाल, सागर, महू-धार, जबलपुर, शहडोल, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, मण्डला, बालाघाट, विदिशा, देवास-शाजापुर, उज्जैन लोकसभा सीटों के लिए जिताउ उम्मीदवारों के नाम दिए हैं। सेवादल का दावा है कि यदि यहां पैनल में शामिल लोगों को टिकट दिया गया तो इन सीटों पर कांग्रेस की जीत होगी। सेवादल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की सीट छिंदवाड़ा, ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुना, कांतिलाल भूरिया की झाबुआ सीट को सर्वे में शामिल नहीं किया था। इसलिए इन सीटों पर नाम नहीं दिए गए। इसकी ठोस वजह यह है कि सेवादल इन सीटों को पहले जीता हुआ मान रही है।
लोकसभा प्रभारियों की जिम्मेदारी तय –
सेवादल ने सभी 29 सीटों के लिए लोकसभा प्रभारी नियुक्त किए। इसमें मुरैना में सुधीर मावई, भिण्ड में ब्रज किशोर शर्मा, ग्वालियर में महेन्द्र ङ्क्षसह गुर्जर, गुना में कौशल शर्मा, सागर में संजय पटेरिया, टीकमगढ़ ेमें हरीशंकर राय, खजुराहो में अशोक क्रंातिकारी, सतना में अरुण तनय मिश्रा, रीवा में विजय नारायण तिवरी, सीधी में राम सुमिरन सेन, शहडोल में परमजीत सिंह एवं वसीम खान, जबलपुर में श्वेता दुबे, मण्डला में संतोष मिश्रा, बालाघाट में राजकुमार ठाकुर, छिंदवाड़ा में सुरेश कपाले, होशंगगाबाद में ओमप्रकाश तिवारी, विदिशा में सुरेन्द्र ङ्क्षसह भदौरिया, भोपाल में महेन्द्र सिंह परमार, राजगढ़ में रमेश चंद्र विश्वकर्मा, देवास में ज्ञान सिंह दरबार, उज्जैन में अरुण रोचवानी, मंदसौर में जगदीप ङ्क्षसह राजपूत, रतलाम में रजनीकांत व्यास, महू में संतोष सिंह राजपूत, इंदौर में ओंकर यादव, खरगौन में रविन्द्र निखोरिया, खण्डवा में मनीष शर्मा, बैतूल में भोला क्रांति|