भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक तंखा ने राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मौजूद रहे वही नेता प्रतिपक्ष ड़ॉ गोविंद सिंह, एनपी प्रजापति, अरुण यादव, तरुण भनोट, कमलेश्वर पटेल, जीतू पटवारी, कांतिलाल भूरिया भी विवेक तंखा के साथ विधानसभा पहुंचे। पीसीसी से विधानसभा पहुँचने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान विवेक तंखा ने कहा की कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए राज्यसभा में मुद्दा उठाया है, कश्मीर में लोकतांत्रिक सरकार होना चाहिए और में अब कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए नए सिरे से फिर मुहिम चलाऊंगा, 370 सिर्फ धारा है। कश्मीर पंडितों का पुनर्वास होना चाहिए।
यह भी पढ़ें… जबलपुर-भोपाल विमान सेवा की शुरुआत करेंगे केन्द्रीय मंत्री सिंधिया
गौरतलब है कि एमपी में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। इसमें दो सीटें बीजेपी की हैं और एक सीट कांग्रेस की है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का कार्यकाल आने वाली 29 जून 2022 का समाप्त हो रहा है। हालांकि कांग्रेस ने विवेक तन्खा के नाम की घोषणा पहले ही कर दी थी वही रविवार को बीजेपी ने अपने एक उम्मीदवार कविता पाटीदार के नाम की सूची जारी की। विवेक तन्खा मध्य प्रदेश के सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल(16 फरवरी 1999 से 15 नवंबर 2003) में से एक है, उन्हें अप्रैल 1998 में मप्र उच्च न्यायालय की एक बेंच द्वारा जजशिप की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इनकार कर दिया था। साथ ही, वह मध्य प्रदेश के पहले वकील थे जिन्हें भारत का अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था। उन्होंने नवंबर 2000 में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच विवादों को सुलझाने में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी।