भोपाल/धार।
मध्यप्रदेश के धार जिले में हुई मॉब लिचिंग की घटना के बाद पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। डीजीपी ने टीआई सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।वही मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार के नेतृत्व में दो टीआई और तीन एसआई स्तर के अधिकारियों को जांच दल में रखा गया है। मामले की जल्द ही छानबीन कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
वही पुलिस ने इस मामले में भाजपा नेता और ग्राम जूनापानी के पूर्व सरपंच रमेश जूनापानी सहित चार को गिरफ्तार किया है। उधर, भीड़ द्वारा मारे गए मृतक गणेश का गुरुवार को सांवेर में अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों के भारी आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।वही शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट घायलों से मिलने इंदौर के चोईथराम अस्पताल पहुंचे थे।इस मामले में सरकार ने मृतक के परिजनों को दो लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है वही घायलों का इलाज कराने की बात कही है।
इससे पहले जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना पर कड़ी नाराजगी जताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच के SIT का गठन किया गया है जिसमें एक एडिशनल एसपी, सीएसपी, टीआई और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे।
बता दे कि धार जिले के तिरला थाना क्षेत्र के खड़किया गांव में बुधवार को बच्चा चोरी का आरोप लगाते हुए 6 लोगों की बेहरमी से पिटाई कर दी थी। मॉब लिंचिंग की इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 5 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वही दो लोगों की हालत बेहद गंभीर है। सभी घायलों का इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज जारी है।