भोपाल। इंदौर में भाजपा के उम्मीदवार शंकर लालवानी पर की गई एफआइआर के बाद से सभी को इंतज़ार था की जिला निर्वाचन अधिकारी उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के 25 लाख रुपए वाले वीडियो की जांच की रिपोर्ट कब जारी करेंगे| .गुरुवार को जिला प्रशासन ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेज दी है, जिसमें लोग जनप्रतिनिधि अधिनियम 123 धारा का उल्लंघन नहीं पाया गया है, जिसके चलते मंत्री जीतू पटवारी को आचार संहिता के उल्लंघन मामले में क्लीन चिट मिल गयी है|
दरअसल कांग्रेस उम्मीदवार पंकज संघवी के पक्ष में मंत्री पटवारी ने चुनावी प्रचार के दौरान ग्रामीण इलाके में संघवी को जिताने पर जिम के लिए सामान दिलाने के लिए 25 लाख रुपए देने का वादा किया था| जिसके बाद से वीडियो तेज़ी से सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ और भाजपा के नेता शिकायत करने निर्वाचन अधिकारी के पास भी गए थे| शिकायत के एक हफ्ते के भीतर जिला निर्वाचन अधिकारी ने मामले की जांच कर मंत्री पटवारी को क्लीनचिट दे दी|
मंत्री पटवारी ने शिकायत के जवाब में ये लिखा था कि कांग्रेस के अपने वचन पत्र में 52 पॉइंट पर खेल सुविधाएं,व्यायाम शाला में बनाने की बात कही है| इसलिए यह उनके घोषणा वचन पत्र की बात में आती है, इसलिए उसका उल्लंघन नहीं है| अपर कलेक्टर भाव्या मित्तल ने बताया कि गुरुवार को आयोग को रिपोर्ट भेज दी है,जिसमे आचार संहिता का उल्लंघन के मामले में क्लीन चिट दी गयी है..जनप्रतिनिधि अधिनियम 123 धारा का उल्लंघन नहीं पाया गया है..हालाकि मंत्री पटवारी वीडियो में ग्रामीणों को खुलकर ये बोलते दिख रहे है कि आप पंकज संघवी को खुलकर जिताओ,मैं 25 लाख रुपए के जिम के इक्यूपमेंट्स आपको दिलवाऊंगा,लेकिन मंत्री वचन पत्र को आधार बताकर बच निकले। गौरतलब है कि इन दिनों भाजपा जिला निर्वाचन अधिकारी पर पक्षपात के आरोप लगा रही है और मंत्री पटवारी के क्लीन चीट देने के बाद भाजपा का विरोध ओर तेज़ होगा