मंत्री कमलपटेल ने किया पोषण आहार अभियान का शुभारंभ, कहा- पीएम मोदी है अवतारी पुरुष

Gaurav Sharma
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हरदा/भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश भर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस मनाया जा रहा है। वहीं आज मध्यप्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवतारी पुरुष बताया है और उनकी तुलना भगवान से की है। मंत्री कमलपटेल आज पोषण आहार अभियान का शुभारंभ करने हरदा पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र निर्माण की दिशा में असंभव को भी संभव करके दिखा दिया है। आगे उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने का यह अभियान देश को और अधिक समृद्ध और शक्तिशाली बनाएगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री कमल पटेल ने कहा कि आज दो महान युग पुरुषों का जन्मदिन है, एक भगवान विश्वकर्मा जिन्होंने शिल्प कला दी और दूसरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन्होंने केवल प्रधानमंत्री आवास ही नहीं बनाए बल्कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया। मंत्री कमल पटेल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि बीसवीं सदी अंग्रेजों की है, लेकिन 21वीं सदी भारत की होगी जिसे होते हुए हम आज अपनी आंखों से देख रहे हैं।

मंत्री कमल पटेल ने कहा कि भारत का पुनरुत्थान और पुनर्निर्माण पूरी दुनिया देख रही है, भारत के बच्चे युवा, युवती और समाज के सभी वर्गों में स्वाभिमानी, पुरुषार्थी, चरित्रवान और देशभक्त इन चार गुणों से ओतप्रोत करने के लिए महान युगपुरुष हमारे बीच हैं। मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जिस तरह भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि में वास्तुकला की नींव रखी उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का पुनर्निर्माण करने के लिए अवतार लिया है। कमल पटेल ने कहा जब रावण के अत्याचार बढ़े, लोगों का जीना दूभर हो गया, ऋषियों का हवन करना मुश्किल हो गया तब राम ने जन्म लिया और जब कंस के अत्याचार बढ़े तब कृष्ण ने अवतार लिया। उन्होंने कहा कि जब भी धर्म की हानि हुई है अधर्म बढ़ा है तब भगवान ने मानव रूप में जन्म लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह इन 6 सालों में और उसके पहले मुख्यमंत्री के रूप में असंभव को संभव कर दिखाया है, उससे स्पष्ट है उनके रूप में भगवान ने जन्म लिया है और अब इक्कीस वीं शताब्दी भारत की होगी।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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