भोपाल। शीतलदास की बगिया से बड़े तालाब में एक मां ने अपनी दो बेटियों को धकेलने के बाद में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे खुद छलांग लगा दी। इससे मां सहित दोनों बेटियों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने तीनों शव बरामद कर लिए हैं। शुक्रवार शाम को पीएम के बाद में शवों को परिजनों के हवाले कर दिया गया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि मृतका के मासूम बेटे को डेंगू हो गया है। जिसके उपचार के में आने वाले खर्च से निराश होकर महिला ने जान दी है। मृतका घर से सीहोर स्थित एक बाबा से झड़वाने तथा बेटे के लिए दुआ कराने के लिए निकली थी।
एएसआई आरके शर्मा के अनुसार लक्ष्मी शाक्य पति अविनाश शक्य (30) निवासी नई बस्ती भैंसा खेड़ी गृहणी थी। उसके पति बैरागढ़ स्थित दालमील में मजदूरी कार्य करते हैं। लक्ष्मी के घर की आर्थिक हालत खराब थी। उसके बेटे को पिछले दिनों डेंगू मलेरिया हो गया था। कुछ दिन अस्पताल में इलाज कराने के बाद में बच्चे की छुट्टी कराकर पति और पत्नी बच्चे की घर में ही देख रेख कर रहे थे। हालांकि बच्चे का हर रोज़ चेक अप किया जा रहा था। दवाईयों में काफी खर्च आता था। अतिरिक्त खर्च के चलते घर की आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा गड़बड़ा गई थी। इस बात का जिक्र गुरुवार की रात को अविनाश ने पत्नी लक्ष्मी से किया था। तब पत्नी ने कहा था कि सुबह उठकर वह सीहोर जाएगी। वहां मोती बाबा से बच्चे के लिए दुआ कराएगी। इसी के साथ में वहीं से बच्चे के लिए झाडफ़ूक भी कराएगी। सुबह पति जब सोकर उठा तो महिला घर में नहीं थी। उसे लगा की पत्नी सीहोर गई होगी।
– भोपाल में आकर दी जान
महिला घर से निकलकर दो बेटियां मोनिका 11 साल और आठ वर्षीय रिया के साथ भोपाल आई। यहां शीतलदास की बगिया के पास में पहुंचकर महिला सुबह करीब साढ़े आठ बजे से 11 बजे तक टहलती रही। कुछ देर में उसने पहले दानों बेटिायेां केा पानी में धकेला और बाद में खुद भी पानी में कूद गई। आस पास के लोगों ने जब तक नगर निगम के गोताखोरों को सूचना दी, तीनों डूब चकी थीं। इसके बाद में मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तीनों शव पानी से बाहर निकाले। इसके बाद में शव को पीएम के लिए रवाना किया। वाट्सऐप पर तीनों की मौत की सूचना चलाई गई। महिला का पति दोपहर में थाना खजूरी गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचा था। वहां से उसे पत्नी और दोनों बेटियों की मौत की सूचना मिली और तस्वीरें दिखाई गई। जिससे महिला की शिनाख्त हो सकी।
– बेटे ने बताया था मोतीबाबा के पास गई मां
मृतका के बेटे ने सुबह आठ बजे पिता को पानी पीने के लिए उठाया था। पिता ने बेटे को पानी दिया, इसके बाद में मां के संबंध में पूछा। तब उसने बताया कि मां मुझे उठाने के बाद में माथा चूमकर बोल गई थीं की वह मोतीबाबा के पास में जा रही है। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि महिला मोती बाबा के पास गई की नहीं। किसी अंधविश्वास में आकर उसने यह कदम तो नहीं उठाया है।