भोपाल/जबलपुर।
पुलवामा में शहीद हुए 40 से ज्यादा जवानों की शहादत का बदला भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक कर ले लिया है। भारतीय सेना ने रात करीब 3.30 बजे अपने 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों को पाकिस्तान सीमा में भेजा और बमों की बरसात कर जैश के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।इस हमले के बाद शहीद जवानों के परिजनों के लिए ये बड़ी राहत देने वाली खबर है। एक के बाद एक जवानो के परिजनों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। इसी बीच पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जबलपुर के जवान अश्विनी कुमार काछी के पिता का बयान भी सामने आया है। भारत की ओर से की गयी एयर स्ट्राइक पर परिवार संतुष्ट है। शहीद अश्विनी के पिता सुकरू काछी ने कहा- सरकार को अभी और कार्रवाई करना चाहिए।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों में मध्यप्रदेश के जबलपुर का लाल भी शामिल था। जबलपुल के खुड़ावल गांव का अश्विनी कुमार काछी(30) उस हमले में शहीद हुआ था। वो शादी के लिए अप्रैल में गांव आने वाले थे, लेकिन इसके पहले ही आंतकियों ने हमला कर दिया। अश्वनी काछी सीआरपीएफ में तैनात थे और महाराष्ठ्र से ट्रेनिंग के बाद जम्मू-कश्मीर जा रहे थे।पिता ने सरकार से कहा था कि खून का बदला खून से लिया जाए जो कि आज पूरा हो गया है। आज भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक 2 कर भारत ने उनकी शहादत का बदला ले लिया है।पिता ने बड़ी राहत की सांस ली और सरकार से सेना की कार्रवाई बहुत अच्छी है लेकि भारत सरकार को पाकिस्तान में घुसकर हमला करना चाहिए जिससे आतंकवादियों का खात्मा हो सके। सरकार को इसे और बड़े पैमाने पर करना चाहिए, ताकी पाकिस्तान को यह समझ में आ जाए कि आतंक का जवाब भारत भी देना जानता है। सेना को इस तरीके से खुली छूट मिलनी चाहिए की वह पाकिस्तान में घुसकर हमला करें और आतंकियों का पूरी तरीके से खात्मा हो।
भाई बोला-पत्थरबाजों पर भी कार्रवाई करे सरकार
वही शहीद अश्विनी काछी के बड़े भाई सुमंत काशी ने कहा कि सरकार को देश की सीमा में तैनात जवानों पर पत्थरबाजी करने वाले पत्थरबाजों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए। सेना को इसके लिए खुली छूट देना चाहिए। ऐसे पत्थरबाजों के ऊपर गोली चलाने का आदेश सरकार को देना चाहिए, तभी इस देश से आतंकवाद का खात्मा हो सकेगा। अभी यह जो कार्रवाई हुई है वह एक जवान की शहादत के बराबर भी नहीं है। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हुए हैं। जब तक सरकार इन आतंकियों का पूरी तरीके से सफाया और पाक में घुसकर हमला नहीं करती तब तक शहीदों के परिजनों को शांति नहीं मिलेगी।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना ने POK में घुसकर जैश के ठिकानों पर हमला किया है। बताया जाता है कि रात करीब साढ़े तीन बजे एक साथ 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने आतंकियों के बड़े ठिकानों पर हमला किया और उसे पूरी तरह से तबाह कर दिया। भारतीय वायुसेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वायुसेना के विमानों ने बीती रात नियंत्रण रेखा के पार जैश के आतंकी कैंप पर करीब 1000 किलोग्राम के बम बरसाए। अभी तक की सूचना के मुताबिक दो से तीन सौ आतंकियों के मारे जाने की सूचना है।