भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव (By-election) को लेकर कांग्रेस (Congress) ने जहां 24 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है| वहीं भाजपा (BJP) ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं| हालांकि यह माना जा रहा है कि कांग्रेस से आये पूर्व विधायकों को ही प्रत्याशी बनाया जाएगा| इसके अलावा बची हुई सीटों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में कश्मकश की स्थिति है|
कांग्रेस को जिताऊ चेहरे की तलाश है, कई सीटों पर कांग्रेस ने बाहरी नेता को प्रत्याशी बनाया है, इसको लेकर पार्टी को घोषित प्रत्याशी के खिलाफ विरोध भी झेलना पड़ रहा है| जिसके चलते प्रत्याशी बदलने जैसी चर्चाएं भी गर्म है| शेष सीटों पर अनेकों दावेदारों के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है| बची हुई सीटों पर कांग्रेस जल्द ही उम्मीदवारों के नाम घोषित कर सकती है। मेहगांव विधानसभा सीट को लेकर पार्टी के अंदरखाने सबसे ज्यादा कश्मकश है, यहां चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी बड़े दावेदार माने जा रहे हैं, हालांकि पार्टी के दिग्गज नेताओं ने उनका विरोध किया है । वहीं, पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह के भांजे राहुल भदौरिया भी कतार में हैं। ऐसी स्थिति में सभी को साधना बड़ी चुनौती है| बड़ामलहरा में जातिगत समीकरण मुश्किल पैदा कर रहे हैं। मुरैना और ब्यावरा में भी कई दावेदार मैदान में है|
भाजपा में इस्तीफ़ा देने वाले 25 पूर्व विधायकों का टिकट तय माना जा रहा है| इनमे से कइयों का प्रचार मुख्यमंत्री नाम लेकर कर चुके हैं| हालांकि इनमे से कुछ के टिकट बदलने की संभावना भी बन सकती है| उन्हें कहीं और एडजस्ट किया जा सकता है| इसके अलावा भाजपा में तीन सीटों पर टिकट के लिए बेहद खींचतान है। आगर सीट पर भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल थे। उनके निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है, भाजपा के लिए इस सीट पर दोबारा कब्ज़ा ज़माना चाहेगी| वहीं जौरा और ब्यावरा सीट पर कांग्रेस विधायक थे, जिनके निधन के बाद अब उपचुनाव हो रहे हैं। बुधवार को भोपाल में हुई बैठक के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही बीजेपी भी अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी| यह भी संभावना है कि पहली सूची जारी कर भाजपा कुछ नाम को रोक ले|