भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by-election) की तारीखों के ऐलान के बाद राजनैतिक पार्टियों मे हलचल तेज हो गई है। भाजपा (BJP) ने जहां कुर्सी बचाने की कवायद में एक के बाद एक करोड़ों की सौगातों की झड़ी लगाकर वोटरों को साधने की कोशिश की है वही कमबैक का दावा करने वाली कांग्रेस (Congress) ने भी 28 सीटों के लिए अलग अलग वचन पत्र तैयार किया है। इसमें स्थानीय मुद्दों के जरिए लोगों को लुभाने का दांव खेला गया है। उपचुनाव से पहले इसे कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। इधर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस मास्टरस्ट्रोक ने भाजपा में खलबली मचा दी है वही सिंधिया समर्थकों में भी हलचल तेज हो गई है। भाजपा इसका काट ढू़ढने में जुटी है।
दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनावों की तर्ज पर कांग्रेस ने 28 सीटों के लिए अलग अलग वचन पत्र का तैयार किए है, जिसमें कृषि और किसान, सिंचाई, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद, पेयजल, सड़क पुल, उद्योग, रोजगार, पर्यटन, संस्कृति और प्रशासनिक मुद्दों को शामिल किया है। इतना ही नही कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में मध्यप्रदेश में फिर कांग्रेस की सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ सरकार (Government of Chhattisgarh) की तर्ज पर गोधन योजना (Godhan Yojana) को एमपी (MP) में भी लागू करने का भी जिक्र किया है।वही कोरोना को राजकीय आपदा घोषित और कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत पर अनुग्रह राशि देने का भी वादा किया है।इसके अलावा वचन पत्र में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को सौ यूनिट ₹100 बिल देने ,किसानों की कर्जमाफी, युवाओं को रोजगार, कर्मचारियों के बकाया डीए और वेतन वृद्धि जारी ,अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण समेत कई बड़े वादे किए गए है।वही संक्रमित मुखिया की मौत पर परिवार के सदस्य को संविदा नियुक्ति देने का भी जिक्र है। फुटकर व्यापारियों को 50 हजार का ब्याज कर्ज मुक्त देने की भी बात कही गई है।