भोपाल| मध्य प्रदेश में मतदान के बाद अब ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं| भोपाल, सागर, सतना और खरगोन में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां गड़बड़ी की आशंका के चलते कांग्रेस ने हंगामा किया है| वहीं चुनाव आयोग ने ईवीएम की सुरक्षा में चूक के मामले पर सफाई देते हुए किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से इंकार किया है| वहीं सागर में हुई घटना पर कलेक्टर को जाँच के लिए आदेश दिए गए हैं|
दरअसल, सागर के स्ट्रांग रूम में 48 घंटे बाद ईवीएम जमा कराए जाने को लेकर हंगामा हो गया। यह मशीनें खुरई विधानसभा क्षेत्र से लौटीं थीं। इस पर कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया| जिसके बाद कांग्रेस की मांग पर ईवीएम मशीनें चेक कराईं गईं जिसमें कुछ नहीं निकला। ये मशीनें बाद में कलेक्टोरेट के एक कक्ष में जमा की गईं। चुनाव आयोग ने इस सम्बन्ध में जांच के आदेश दे दिए हैं| चुनाव आयोग द्वारा ट्वीट कर इस सम्बन्ध में जानकारी दी गई है|
भोपाल में स्ट्रांग रूम के बाहर लगी एलईडी बंद होने के मामले के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है और गड़बड़ी की आशंका जताई| इस बीच सतना में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसका वीडियो वायरल हुआ है| मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने आधिकारिक हेंडल से एक वीडियो जारी किया है। कांग्रेस ने बताया कि यह वीडियो सतना स्ट्रांग रूम का है। यहां अज्ञात बक्से ले जाए गए हैं।
अलग अलग क्षेत्रों से आई शिकायतों पर CEOMPELECTION टर हैंडल पर चुनाव आयोग ने सफाई दी है| जिसमे कहा गया है कि प्रत्येक ईवीएम के लिए यूनिक कोड होता है। मतदान में इस्तेमाल ईवीएम की संख्या सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई है। सागर जिलों में राजनीतिक दलों द्वारा आरक्षित ईवीएम की संख्या की जांच की गई है। उनकी संख्या अलग हैं| वहीं सागर में 48 घंटे बाद बिना नंबर के स्कूल वाहन में जमा होने आई ईवीएम के मामले में चुनाव आयोग ने कहा है कि कलेक्टर सागर को वाहन संख्या और नंबर प्लेट की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं| भोपाल की घटना पर ट्वीट करते हुए कहा गया है यहां ईंट से बनी चार द्वारों के बीच मशीनें सुरक्षित हैं और राजनीतिक दलों की उपस्थिति में दरवाजा बंद कर दिया गया है। उनके हस्ताक्षर मुहर पर मौजूद हैं। राजनीतिक दलों के एजेंट 24 घंटे यहां मौजूद हैं जो सतर्कता रखते हैं। सभी मजबूत कमरे मुहरबंद और सुरक्षित हैं।