MP News : स्टूडेंट्स के लिए जरुरी खबर, बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस तथा बैचलर ऑफ़ फिशरीज साइंस में प्रवेश के लिए ये होगा आधार

मप्र शासन ने कहा है कि पशु चिकित्सा एवं मत्स्य विज्ञान स्नातक पाठ्यक्रमों में नीट की प्रावीण्य सूची के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा इसके लिए नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा सूचना जारी क्र दी गई है। 

University of Veterinary Sciences Jabalpur

MP News :  पशु चिकित्सा और मस्त्य विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने वाले स्टूडेंट्स के लिए ये खबर बहुत महत्वपूर्ण है, विश्व विद्यालय ने इसमें प्रवेश के लिए तय किये गए नियमों की जानकारी उजागर की है, विश्वविद्यालय ने कहा कि नियमों और शर्तों का पालन करने वाले स्टूडेंट को ही इन विषयों में प्रवेश मिलेगा।

NEET की मैरिट के आधार पर होगा एडमिशन 

शासन ने बताया है कि नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी तथा बैचलर ऑफ़ फिशरीज साइंस पाठ्यक्रम के राज्य कोटा की सीटों पर वर्ष 2024-25 से नीट(NEET) की प्रावीण्य सूची के आधार पर प्रवेश होगा।

ऑफिशियल वेबसाइट पर किये जा सकेंगे ऑनलाइन आवेदन 

मध्य प्रदेश शासन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के आदेश अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा सूचना जारी कर दी गई है। इन पाठ्यक्रमों के लिए 9 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन वेबसाइट https://exams.nta.ac.in/NEET पर किए जा सकते हैं। नीट प्रवेश परीक्षा 5 मई, 2024 रविवार को दोपहर 2:00 बजे से अपराह्न 5:20 बजे तक होगी।

पशुपालन एवं डेयरी विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा ने बताया कि नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर के अंतर्गत संचालित जबलपुर, महू एवं रीवा के पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालयों में बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी पाठ्यक्रम की राज्य कोटा की 255 अर्थात 85% सीटों पर वर्ष 2024-25 से नीट की प्रावीण्य सूची के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इसी प्रकार विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय, जबलपुर में बैचलर ऑफ फिशरीज साइंस पाठ्यक्रम की राज्य कोटा की 46 अर्थात 80% सीटों पर भी वर्ष 2024-25 से नीट के माध्यम से प्रवेश होगा।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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