CPI(M) demanded declaration of exam results : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में करीब दो दर्जन पदनामों के लिए हजारों अभ्यर्थी परीक्षा देकर परीक्षा परिणामों का इंतजार कर रहे हैं। कर्मचारी चयन मंडल ( ईएसबी) परिणाम तैयार होने के बाद भी उसे अटकाए हुए हैं। इसे लेकर उन्होने कहा है कि परीक्षा परिणामों की घोषणा का अटकना संदेह पैदा करता है और ये परिणाम जल्द से जल्द घोषित किए जाने चाहिए।
माकपा ने संदेह व्यक्त किया
बता दें कि अब तक ग्रुप 5 के तहत 20 प्रकार के 4792 पदों के परीक्षा परिणाम लटके हुए हैं। इसे लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा कि तीन महीने से तैयार परिणामों को लटकाना संदेह पैदा करता है। अभ्यर्थियों और आमजन में यह धारणा बन रही है कि तैयार परिणामों को रोकना पटवारी घोटाले जैसे किसी और घोटाले को अंजाम देने की साजिश भी हो सकती है जिससे एक बार फिर प्रतिभावान और योग्य युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो सकता है।
परिणाम तुरंत घोषित करने की मांग
माकपा नेता ने कहा है कि सब परीक्षाओं का परिणाम 31 जुलाई को घोषित होना था। कर्मचारी चयन मंडल परिणामों मे हो रही देरी की संतोषप्रद वजह भी नहीं बता रहा है। जसविंदर सिंह ने कहा है कि अभ्यर्थी इसलिए और चिंतित हैं क्योंकि उन्हें बार बार सात दिन और इंतजार करने को कहा जा रहा है। उन्हें लगता है कि यह कहीं घोटाले की और खिचड़ी पकना तो नहीं है? मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने इन परीक्षाओं के परिणाम तुरंत घोषित करने की मांग की है।