MP News : 200 करोड़ रुपये से सुधरेंगी प्रदेश की सड़कें, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दिए ये निर्देश

MP News : प्रदेश के कई नगरीय निकाय क्षेत्रों में खस्ताहाल हो चुकी सड़कों की दशा अब सुधरने वाली है, कायाकल्प योजना के तहत इसके लिए राशि मंजूर की गई है, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री  कैलाश विजयवर्गीय ने कायाकल्प योजना में 200 करोड़ रुपये की राशि के आवंटन की स्वीकृति दी है। मंत्री विजयवर्गीय ने निर्देश दिये हैं कि निकायों को आवंटित राशि शीघ्र पहुँचाई जाएं। आयुक्त नगरीय विकास भरत यादव ने नगरीय निकायों के अधिकारियों से अपने क्षेत्र की सड़कों के रख-रखाव पर विशेष ध्यान देने के लिये कहा है।

विभागीय मंत्री ने बैठक में दिये थे निर्देश

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पिछले दिनों भोपाल में विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि नगरीय क्षेत्रों में नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण बुनियादी सुविधाएँ मिलना सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्र की सड़कें आम जनता की आशा के अनुरूप हों। विजयवर्गीय ने कहा है कि जिन निकायों में कायाकल्प योजना में मंजूरी दी गई है उनमें सड़क निर्माण को प्राथमिकता से कराया जाएं। विभाग की कायाकल्प योजना में 200 करोड़ रुपये की राशि की मंजूरी दी गई है। विभाग द्वारा पूर्व में इस योजना में 350 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।

निकायों में वेतन और मानदेय के लिये 226.74 करोड़ रूपये की राशि

नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने बैठक में निकायों में कार्यरत अमले को नियमित वेतन और मानदेन मिलता रहे, इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये थे। विभाग ने नगरीय निकायों को चुंगी क्षतिपूर्ति की 226 करोड़ 74 लाख रुपये  की राशि हस्तांतरित की है। विजयवर्गीय ने राशि का सही मद में उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। गौरतलब है कि कैलाश विजयवर्गीय को विगत दिनों प्रदेश दौरे के समय नगरीय क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान वेतन और मानदेय के संबंध में समस्या सुनने को मिली थी। इसी परिप्रेक्ष्य में यह राशि जारी की गई है। प्रदेश में कुल 413 नगरीय निकाय हैं। इनमें नगर पालिक निगम 16, नगर पालिक परिषद 99 और नगर परिषद की संख्या 298 हैं।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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