भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
कोरोना संकटकाल में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई खराब ना हो इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) नई शिक्षा नीति (New education policy) के साथ 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों का ऑनलाइन शिक्षण सत्र (Online learning session) शुरुआत करने जा रहा है।इसके लिए छात्रों को माशिमं का एप डाउनलोड करना होगा। इसके तहत पूरा कोर्स 12 यूनिट में बांटकर एक यूनिट को 15 दिन में खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके बाद प्रत्येक यूनिट का बोर्ड द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा।इतना ही नही ऑनलाइन एसेसमेंट (Online assessment) के कारण अब शिक्षकों की लापरवाही भी नहीं चल पाएगी। उन्हें विषय काे अच्छे से पढ़ना होगा। एसेसमेंट गलत होने पर उन पर गाज गिर सकती है।
खास बात ये है कि विद्यार्थियों का ये मूल्यांकन ओपन बुक के तहत होगा, जिसे वे कहीं से कभी भी दे सकते हैं। पूरा पेपर 100 अंक का होगा,जिसे बच्चा एप पर खुद डाउनलोड करके घर पर ही ओपन बुक करके हल कर सकेगा। अगर कोई बच्चा पेपर समय पर नहीं कर पाया तो उसे एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। दूसरे सप्ताह में उसे दूसरा चैप्टर भी तैयार करके उसका पेपर भी देना होगा। यानि एक सप्ताह छूटने पर दूसरे सप्ताह दो पेपर देना पड़ेंगे। इसके बाद भी वो पेपर नहीं देता है तो बोर्ड से नामांकन समाप्त कर दिया जाएगा। 10 नंबर के पेपर में 30 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 3 अंक के 10 प्रश्न और 4 अंक के 10 प्रश्न होंगे। इसमें 70 अंक स्कूल द्वारा आंतरिक मूल्यांकन कर भेजे जाएंगे और 30 अंक के लिए बोर्ड परीक्षा लेगा। इसके आधार पर रिजल्ट तैयार होगा।-उपरोक्त व्यवस्था कक्षा 9 से12 के लिए लागू होगी, जिससे अब शिक्षण व्यवस्था एवं मूल्यांकन में शिक्षक एवं विद्यालय की भूमिका मजबूत होगी।
दरअसल, कोरोना संकटकाल के चलते इस सत्र में तिमाही व छमाही परीक्षाएं कराना संभव नहीं है, जिसके चलते विद्यार्थियों का आंतरिक मूल्यांकन जरूरी किया गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल मप्र के अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया द्वारा नवीन शिक्षा व्यवस्था की घोषणा की गई, जिसके खास बिन्दु इस प्रकार है
-एक सितंबर से शिक्षण सत्र की ऑनलाइन शुरुआत।
-छः महीने के अंदर कोर्स खत्म करना होगा।
-एक यूनिट के लिए 15 दिन का समय निर्धारित किया गया।
-प्रत्येक यूनिट का बोर्ड द्वारा ऑनलाइन एसेसमेंट किया जायेगा।
-पेपर सीधे छात्र के मोबाइल में भेजा जायेगा।
-पेपर 100 अंक का होगा जिसमें 30 ऑब्जेक्टिव, -10 प्रश्न 3 अंक के एवं 10 प्रश्न 4 अंक के होंगे।
-पेपर साल्व करने के बाद छात्र उत्तरपुस्तिका अपने विद्यालय में जमा करेंगे।
-विद्यालय के शिक्षक उत्तर-पुस्तिका का मूल्यांकन करने के बाद अंक बोर्ड की साइट में मोबाइल एप के माध्यम से भेजेंगे।
-इस प्रकार 70 प्रतिशत अंक विद्यालय द्वारा भेजे जाएंगे तथा 30 प्रतिशत अंक हेतु बोर्ड एग्जाम होगा।
-इंटरनल एसेसमेंट के 70 ℅ तथा 30℅ बोर्ड परीक्षा के अंकों को जोड़ कर रिजल्ट तैयार किया जाएगा।