भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में किसानों को ठगने और सांठगांठ कर नकली कीटनाशक बेचने बालों के ऊपर सरकार अपना शिकंजा कसने जा रही है। इसी दिशा में मंत्रालय में कृषि विभाग और डाक संचार सेवा के बीच एक करारनामा हुआ है। जिसके तहत नकली कीटनाशक बेचने वालों के सैंपल कोड वर्ड के साथ देश की परीक्षण प्रयोगशालाओं में भेजे जाएंगे।
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि बुधवार को मंत्रालय में मेरी उपस्थिति में कृषि विभाग और डाक संचार सेवा के अधिकारियों के बीच एक एमओयू साइन हुआ है। जिसके तहत नकली कीटनाशक बेचने वालों,बनाने वालों और विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ अब नहीं हो पाएगी। लैब को भेजने वाले जप्त सैंपल के ऊपर अब न तो बनाने वाले का और न ही बेचने वाले का नाम रहेगा। सैंपल में सिर्फ कोड वर्ड ही दर्ज होगा। मंत्री पटेल ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार का सुशासन की दिशा में यह कदम मील का पत्थर साबित होगा।
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”