Bhopal News: राजधानी के नर्मदा अस्पताल में एक नर्स द्वारा एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। नर्स ड्यूटी के बाद हॉस्टल पहुंची और यह खौफनाक कदम उठा लिया। परिवार ने इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की जांच करने की बात पुलिस से कही है और पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
यह मामला हबीबगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां पर 24 वर्षीय विशाखा नर्मदा अस्पताल में नर्स के तौर पर काम कर रही थी। नर्स नर्मदापुरम की रहने वाली है और शनिवार रात अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद हॉस्टल पहुंची थी। रात में साथी कर्मचारियों ने जब दरवाजा खटखटाया तो नर्स ने नहीं खोला। शक होने पर अस्पताल प्रबंधन को मामले की सूचना दी गई और जब दरवाजा तोड़कर देखा गया तो नर्स बेहोश पड़ी हुई मिली।
अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना पुलिस को दी और नर्स को अस्पताल लेकर जाया गया जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि विशाखा ने एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली है। मौके से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया है और फिलहाल आत्महत्या का कारण भी स्पष्ट नहीं है।
मामले की सूचना मिलने पर परिजन नर्मदापुरम से भोपाल पहुंच गए हैं और अस्पताल प्रबंधन पर शक जताते हुए जांच की मांग कर रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि उन्हें घटना की सूचना बहुत देर से दी गई। पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। बता दें कि इसी अस्पताल में साल भर पहले डॉक्टर दीपक वर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे थे और जब स्टाफ ने उनसे संपर्क किया तो उनका कोई पता नहीं चला। जांच पड़ताल करने पर उनकी लाश संदिग्ध हालत में कार से बरामद की गई थी। ये कार अस्पताल के सामने ही खड़ी हुई थी।