भोपाल।
जैसे जैसे चुनाव की तारीखे नजदीक आती जा रही है, वैसे वैसे राजनैतिक पार्टियों की दिलों की धड़कने में तेज होती जा रही है। टिकटों को लेकर अब तक दलों में मंथन किया जा रहा है। जहां कांग्रेस ने चार लिस्ट जारी कर दी है वही बीजेपी ने पहली लिस्ट जारी की है। लेकिन मध्यप्रदेश में अबतक उम्मीदवारों के नाम फायनल नही हो पाए है। बार बार उलझते समीकरणों के कारण कांग्रेस में फिर से दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी और केंद्रीय चुनाव समिति की 20 और 21 मार्च को बुलाई गई है, इसमें नामों को अंतिम रुप दिया जाएगा।इसके बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की मुहर लगते ही लिस्ट जारी कर दी जाएगी।
खबर है कि कांग्रेस ने 17 सीटों पर सिंगल नाम तय कर लिए है, लेकिन 20 मार्च को होने वाली कमेटी की अगली बैठक में एक बार फिर सभी 29 सीटों पर चर्चा होगी और उसी दिन सिंगल नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा।सूत्रों ने बताया कि छिंदवाड़ा से नकुलनाथ, रतलाम-झाबुआ से कांतिलाल भूरिया, खंडवा से अरुण यादव और सीधी से अजय सिंह के नाम लगभग फाइनल हैं। जबकि गुना या ग्वालियर से ज्योतिरादित्य सिंधिया, इंदौर या भोपाल से दिग्विजय सिंह के नाम तय बताए जा रहे हैं।वही कुछ सीटों को लेकर पार्टी में असमंजस की स्थिति है। खास करके आदिवासी सीटों को लेकर, क्योंकि इन सीटों की जयस और गोंडवाना मांग किए हुए है।हालांकि पार्टी ने अब तक मुरैना से रामनिवास रावत, भिंड से रामनारायम हिंडोनिया, सागर से प्रभुसिंह ठाकुर, टीकमगढ़ से संजय कसगर, दमोह से रामकृष्ण कुसमरिया, सतना से राजेंद्र सिंह, रीवा से सिद्धार्थराज तिवारी, बालाघाट से विश्वेश्वर भगत, भोपाल या इंदौर से दिग्विजय सिंह, राजगढ़ से नारायण आमलावे, देवास से प्रहलाद तिपानिया, उज्जैन से नीतिश सिलावट, धार से गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, खरगोन से प्रवीणा बच्चन के नाम लगभग फाइनल कर लिए हैं। लेकिन अभी अंतिम मोहर लगना बाकी है।
वही दमोह में भी कुसमरिया के साथ प्रहलाद लोधी का नाम भी तेजी से आगे बढ़ा है। इसी तरह बालाघाट में हारे हुए विधायक मधु भगत का नाम भी चर्चा में शामिल हो गया है।भिंड सीट से हिंडोनिया मंत्री डॉ. गोविंद सिंह के समर्थक बताए जाते हैं और वहां से सिंधिया ने अपनी समर्थक विधायक रक्षा के पति संतराम सरोनिया का नाम भी आगे बढ़ाया है।वही पार्टी ने अजय सिंह को सीधी से चुनाव लड़ाए जाने के संकेत दिए हैं, लेकिन वे सतना से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। सिंह का कहना है कि पार्टी उन्हे जहां से भी टिकट देगी, वहां से चुनाव लड़ लेंगे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ दिल्ली रवाना
बैठक के पहले कई सीटों को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ दो दिन के छिंदवाड़ा दौरे के बाद रविवार शाम को दिल्ली रवाना हो गए ह। उनका दिल्ली में मप्र में टिकट वितरण को लेकर आयोजित स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भाग लेने का कार्यक्रम है। इसके बाद सोमवार से दो से तीन दिनों तक मध्यप्रदेश में लोकसभा सीटों पर नेताओं के बीच उभरे विवाद को खत्म करने पर बड़े नेताओं की चर्चा होगी। रविवार को भी चर्चा हुई लेकिन मप्र के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया, प्रभारी सचिव सुधांशु त्रिपाठी, हर्षवर्धन सपकाल जैसे नेता दिल्ली में मौजूद नहीं थे। सूत्र बताते हैं कि कमलनाथ के साथ छिंदवाड़ा से संभावित प्रत्याशी और उनके पुत्र नकुलनाथ भी वहां पहुंचे हैं। उनका टिकट लगभग तय माना जा रहा है।