भोपाल में ड्राई-डे पर पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, तीन आरोपी गिरफ्तार

बैरागढ़ के मुख्य मार्ग और सीहोर नाके के पास से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 58 क्वार्टर देशी शराब जब्त की है।

Amit Sengar
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Bhopal News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित जहां पूरे देश भर में 26 जनवरी का पर्व उत्साह उमंग के साथ मनाया जा रहा था,वहीं बैरागढ़ पुलिस को अवैध रूप से बेची जा रही शराब की खेप पकड़ी है। यह खेप एक ही दिन में तीन अलग-अलग स्थानों से पकड़ी है।

बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन जब शराब की दुकाने बंद रहती है, उसी दिन बैरागढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब का कारोबार होता है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बैरागढ़ के पीएनबी बैंक रोड़ से 19 क्वार्टर देशी शराब, बैरागढ़ के शिव मंदिर के मुख्य मार्ग से 19 क्वार्टर देशी शराब और बैरागढ़ के सीहोर नाके के पास एक होटल के पीछे से अवैध रूप से बेच रहे एक व्यक्ति से 20 क्वार्टर देशी शराब जप्त की है। यह कार्रवाई बैरागढ़ के अलग-अलग टीमों द्वारा की गई है। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली की इन तीनों स्थानों पर कुछ लोग शराब बेच रहे है,टीमों का गठन कर अवैध रूप से शराब बेचने वालों को गिरफ्तार किया गया है।

आबकारी एक्ट के तहत की गई कार्रवाई

पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में पुरषोत्तम भोजवानी उर्फ गोपू उम्र 38 वर्ष, मनोज कुमार झीझोतिया उम्र 28 वर्ष और तीसरा आरोपी मनोज कुमार पिता नाथूराम उम्र 23 वर्ष इन तीनों आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। इन आरोपियों में दो बैरागढ़ के रहने वाले है और एक खजूरी का रहने वाला है। तीनों आरोपियों के पुराने रिकार्ड पुलिस जांच कर रही है।

बढ़ रहा है नशे का कारोबार

राजधानी भेापाल के इस व्यापारिक स्थान पर नशे का कारोबार बढ़ रहा है,जिसे लेकर बैरागढ़ के प्रबुद्धजन परेशान है। इस नशे के कारोबार में युवा पीढ़ी ज्यादा अंदर तक घुसी हुई है। इधर बैरागढ़ और उसके आसपास के पूरे इलाके में करीब 100 से ज्यादा होटल और ढाबे है, जहां अवैध तरीके से देर रात तक शराब बेची जा रही है, और आबकारी विभाग आंखे बंद कर खाना पूर्ति वाली कार्रवाई कर रहा है।

भोपाल से रवि कुमार की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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