BHOPAL NEWS : राजधानी भोपाल में पुलिसकर्मी संजय मालवीय पर बदमाशों ने रंगदारी न देने पर हमला कर दिया, घटना में संजय मालवीय के पैर में चोट आई है, संजय ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए है। उनका आरोप है कि घटना के बाद मामला दर्ज करवाने में उन्हे अपने सीनियर साथियों की मदद लेनी पड़ी।
यह था मामला
बताया जा रहा है कि आरक्षक संजय मालवीय शासकीय आवास में कोटरा सुल्तानाबाद में रहते हैं। वह एमपी पुलिस में बतौर आरक्षक कार्यरत हैं। संजय की माने तो वह सीएम के काफिले में वाहन चालक के पद पर पदस्थ है, शुक्रवार की रात को डिपो चौराहा से आईसक्रीम खरीदकर लौट रहे थे। रात करीब 10 बजे उन्हें घर के करीब अज्ञात तीन युवकों ने हाथ देकर रोका।
युवकों ने किया हमला
इन युवकों ने इनसे अड़ीबाजी कर की और रुपये मांगे, संजय ने युवकों को रुपये देने से इंकार किया और जब उन्हे खुद पुलिस कर्मी होना बताया तो युवकों ने उन पर हमला बोल दिया। घटना कमला नगर थाना इलाके में स्थित कोटरा सुल्तानाबाद की है। वही संजय ने जैसे तैसे युवकों के वार से खुद को बचाया लेकिन इस दौरान उनके पैर में चोट लग गई, संजय घटना के बाद थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने कार्रवाई की बजाए उन्हे टरका दिया।
परिजनों के साथ थाने पहुंचे
संजय ने बताया कि घटना स्थल से उनके घर की दूरी महज 100 मीटर है। घायल हालत में वह घर पहुंचे। वहां से रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ थाना कमला नगर पहुंचे और पूरा घटना क्रम बताया। हालांकि पुलिस ने सही रिस्पांड नहीं दिया।
थाना प्रभारी बोली आरोपियों को पकड़ लें फिर आना
संजय के मुताबिक वह थाने पहुंचे तो वहां थाना प्रभारी निरुपमा पांडे मौजूद थीं। संजय ने खुद के साथ हुई घटना की जानकारी दी लेकिन पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। उनका कहना था आरोपियों को पकड़ लेंगे, तब बुला लेंगे। इसके बाद मुझे थाने से चलता कर दिया। मैंने कॉलोनी में लौटने के बाद यह बात अपने सीनियर अधिकारियों को बताई। जिसके बाद सीनियर अधिकारियों के साथ संजय दुबारा थाने पहुंचे, सीनियर की मौजूदगी में उनकी रिपोर्ट लिखी गई जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की, फिलहाल आरोपी फरार है।