भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पूर्व सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए घोटालों में आरोपी बनाए गए अफसरों का रिकार्ड तलब किया गया है। लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने दागी अफसरों की फाइल बुलवाई हैं। PWD में हुए घोटाले का एक मामला EOW में भी चल रहा है। माना जा रहा है कि करीब 8 साल से लोकनिर्माण विभाग में ईएनसी के पद जमे अखलेश अग्रवाल की यहां से सबसे पहले छुट्टी होगी। इसके चलते दूसरे अफसरों ने इस पद के लिए अपनी दावेदारी भी शुरू कर दी है।
मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने विभाग से उन अफसरों की जानकारी मांगी है जिनके खिलाफ लोकायुक्त संगठन, ईओडब्लयू या अन्य जांच एजेंसी में मामले चल रहे हैं। मंत्री ने इस बात की जानकारी भी देने के लिए कहा है इक ऐसा अफसरों की पोस्टिंग कहां की गई है। मंत्री के इस कदम से अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। दरअसल, लोकनिर्माण विभाग में अफसरों पर आरोप है कि उन्हें अपने चहेतों को ठेके दिए। और इन ठेकेदारों में गुणवत्तीहीन कार्य कर बिल पास करवा लिया। खराब सड़क से लेकर अन्य निर्माण कार्य में अफसरों और ठेकेदारों की मिली भगत सामने आने की खबरें भी आम हुईं थी। लेकिन पूर्व सरकार में इन भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई नहीं ह सकी।
लोकनिर्माण विभाग द्वारा भवन निर्माण से लेकर सड़क, पुल ुलिया के निर्माण कार्य किए जाते हैं। इन कार्यों में बड़े स्तर पर गड़बड़ी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। मंत्री वर्मा ने ऐसे अफसरों की कुंडली मंगी है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही मलाईदार पदों पर बैठे भ्रष्ट अफसरों की जल्द ही छुट्टी होगी और उन्हें लूपलाइन में भेजा जाएगा। अगर उनपर लगे आरोप सही साबित होते हैं तो विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।