Bhopal News: सेना के रिटायर्ड अधिकारी के साथ हुई लाखों रूपए की धोखाधड़ी, आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

पूर्व अधिकारी से आरोपी ने लिफ्ट लगाने के लिए 5 लाख रूपए का कॉनट्रैक्ट किया, जिसके बाद गोविंद सिंह ने 3,52,000 रूपए चेक के जरिए दिया।

Shashank Baranwal
Published on -
Gwalior News

Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है, जहां एक सेना के रिटायर्ड अधिकारी धोखाधड़ी का शिकार हो गए। इस दौरान आरोपी ने लिफ्ट लगाने के नाम पर पहले रूपए ले लिया, इसके बाद वह पूर्व अधिकारी से कोई संपर्क नहीं रख रहा था। वहीं, इस मामले को लेकर पूर्व अधिकारी ने अदालत में अर्जी लगाई, जिसके बाद अदालत के आदेस पर बागसेवनिया पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश कर रही है।

लिफ्ट लगाने को लेकर हुई धोखाधड़ी

भोपाल के बागसेवनिया थाने के एसआई जीआर वर्मा के मुताबिक एमराल्ड सिटी पार्क निवासी सेना के रिटायर्ड अधिकारी गोविंद सिंह तेजपाल के साथ धोखाधड़ी हुई है। दरअसल, उन्होंने लिफ्ट लगवाने के लिए कटारा हिल्स इलाके के रहने वाले सत्यशील बालखेड़े से बात की थी, जोकि घर, ऑफिस में लिफ्ट लगाने का काम करता था। इस दौरान पूर्व अधिकारी से आरोपी ने लिफ्ट लगाने के लिए 5 लाख रूपए का कॉनट्रैक्ट किया, जिसके बाद गोविंद सिंह ने 3,52,000 रूपए चेक के जरिए दिया।

तलाश में जुटी पुलिस

पूर्व अधिकारी से रूपए मिलने पर आरोपी ने लिफ्ट संबंधी कुछ सामान लाकर रख दिया। हालांकि, कुछ दिनों के बाद उसने गोविंद सिंह से बात करना बंद कर दिया। आरोपी के द्वारा फोन को भी रिसीव नहीं किया जाता था। इसके बाद अधिकारी की तरफ से अदालत में शिकायत दर्ज कराई गई, जिस पर कोर्ट ने बागसेवनिया थाना पुलिस को आरोपी सत्यशील के पर मामला दर्ज करने की बात कही। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश में जुट गई है।

 


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News