भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाई रोहित सिंह चौहान का कृषि कर्ज माफ करने पर कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाए हैं। चौहान के अनुसार उनके भाई आयकर दाता हैं तो फिर कर्जा माफ क्यों किया। कर्जमाफी के सरकारी रिकॉर्ड में यह तथ्य सामने आया है कि रोहित के जिस कृषि ऋण खाते का कर्जा माफ किया गया है, वह 31 मार्च 2018 को डिफाल्टर (एनपीए)की श्रेणी में है। ऐसे में सवाल उठता है कि आयकर भरने वाले रोहत चौहान का खाता एनपीए कैसे हो गया।
सरकार के जिस रिकॉर्ड के आधार पर कर्जमाफी पर सियासत हो रही है, उसमें रोहित चौहान का 14571 रुपए का कर्जा माफ 19 फरवरी 2019 को किया गया है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री और उनके भाई ने इसका खुलासा डेढ़ महीने बाद किया है। जब कर्जमाफी से जुड़े दस्तावेजों में शिवराज के भाई एवं रिश्तेदारों के नाम सामने आए हैं। रिकॉर्ड में बैंक शाखा, गांव, जिले का नाम भी है। चौहान को कर्जमाफी का फायदा 31 मार्च 2018 की स्थिति में दिया गया है।