भोपाल। ठंडक ने दस्तक दे दी है, लेकिन अधिकारियों को स्कूलों में बच्चों की कोई फिक्र नहीं है। अभी तक नियम के अनुसार सर्दी शुरू होते ही स्कूल में समय का परिवर्तन कर दिया जाता था। मौजूदा सत्र में ठंड आगाज पर कोई गौर नहीं किया गया है।
पिछले करीब एक सप्ताह से ठंड में बढ़ोतरी हुई है। बच्चे सुबह से कांपते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं, पर स्कूल के समय में बदलाव नहीं किया गया है। स्कूल में सुबह की शिफ्ट 7.30 बजे से शुरू होती है, 12 बजे तक चलती है। खासकर सुबह की शिफ्ट में छोटे बच्चों की कक्षा लगाई जाती हैं। ठंड बढऩे के कारण बच्चों को प्रतिदिन जहां दिक्कतें होती हैं, वहीं पालक भी परेशानी उठा रहे हैं। पालकों का कहना है कि पिछले साल ठंड शुरू होते ही स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया था। इस बार भी अधिकारियों को जल्द ही समय बदलाव पर निर्णय लेना चाहिए। कारण है कि सुबह बच्चों को स्कूल भेजने का प्रयास करो तो तत्काल उनका रोना शुरू हो जाता है। अभिभावक बमुश्किल बच्चों को स्कूल भेज पाते हैं। स्कूलों में संकुल प्राचार्यों का कहना है कि प्रशासन का अभी समय बदलाव को लेकर कोई आदेश नहीं आया है। जैसे ही आदर्श आएगा उसी के अनुसार समय परिवर्तन कर दिया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र शर्मा कहते हैं कि अभी ठंड शुरू हुई है। जब ज्यादा ठंड पड़ती है, तब प्रशासन स्वयं समय परिवर्तन पर निर्णय ले लेता है। इधर बता दें कि कार्मल कान्वेंट सहित अन्य सीबीएसई और मिशनरी से संबंधित स्कूलों में छोटे बच्चों की कक्षाओं के समय में परिवर्तन कर दिया गया है।