भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने इस साल एक संकल्प लिया है। इस रक्षाबंधन पर सरकार 15 दिन का “संकल्प-सुरक्षित पर्यटन का” अभियान (MP Government “Sankalp-Safe Tourism Ka” campaign) चलाने जा रही है जिससे प्रदेश की जनता और पर्यटकों में हमारे पर्व, परम्पराओं से अपनेपन के भाव के साथ साथ सुरक्षा का भाव भी पैदा होगा।
पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों में महिला पर्यटकों के मन में और भी अधिक सुरक्षा और सहजता का भाव विकसित करने इस रक्षाबंधन “संकल्प-सुरक्षित पर्यटन का” अभियान चलाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर 10 से 25 अगस्त 2022 तक पर्यटकों के मन में प्रदेश के सांस्कृतिक और सामाजिक पर्वों एवं परंपराओं से अपनेपन और सुरक्षा का भाव पैदा किया जायेगा। इसमें पर्यटक रक्षा संकल्प के साथ स्थानीय महिलाओं और पर्यटकों द्वारा सेवा-प्रदाताओं को रक्षा-सूत्र बंधन, भुजरिया पर्व में भुजरिया देकर सुरक्षा-आश्वासन और होटलों में सावन के झूले लगाने जैसी रचनात्मक गतिविधियाँ होंगी।
पर्यटकों को ‘परियोजना’ सहयोग संस्था द्वारा भारतीय संस्कृति की विविधता और पर्वों का सही अर्थ बताया जायेगा। जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति संवर्धन परिषद् द्वारा स्वयंसेवी संस्थाएँ, पर्यटन उद्यम से जुड़े व्यक्ति और संस्थाओं के सहयोग से गतिविधियाँ संचालित होगी। रेडियो और सोशल मीडिया से प्रदेशवासियों को “सुरक्षित पर्यटन स्थल” को लेकर संकल्प दिलाया जायेगा। सेफ्टी टॉक जैसे कार्यक्रम से सुझाव भी प्राप्त किये जायेंगे।
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने प्रदेशवासियों और पर्यटन उद्यम से जुड़े व्यक्तियों, होटल संचालक, ऑटो-टैक्सी ड्राइवर, टूर-ट्रेवल ऑपरेटर, गाइड, स्थानीय व्यापारियों आदि से अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सेदारी की अपील की है। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में पर्यटन को और अधिक सुरक्षित, सहज एवं बेहतर बना कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा। इसमें सामुदायिक जागरूकता और संवेदनशीलता आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि शिवराज सरकार का महिला एवं बाल विकास और पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड “महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन योजना” प्रदेश के 50 पर्यटन स्थलों पर संचालित कर रहा है। इसका उद्देश्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर महिला पर्यटकों में सुरक्षा और सहजता का भाव जागृत करना है, जिससे वे पर्यटन के दौरान आनंद की अनुभूति कर सकें।