भोपाल।
आचार संहिता लगने से पहले प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा ताबड़तोड़ फैसले लिए गए। जहां जाते जाते अधिकारियों के तबादले, कम्प्यूटर बाबा की नियुक्ति वही कर्मचारियों को भी खुश करने की कोशिश की गई है। खबर है कि अब से प्रदेश के कर्मचारियों को 300 दिन के अर्जित अवकाश के नकदीकरण का लाभ मिल सकेगा। राज्य सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों की तर्ज पर कर्मचारी भी अब 300 दिन अर्जित अवकाश का लाभ ले सकेंगें। कांग्रेस ने इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था, इसके साथ ही कांग्रेस का एक और वचन पूरा हो गया।लोकसभा चुनाव से पहले कर्मचारियों को साधने कांग्रेस का यह अहम कदम माना जा रहा है, जिसका लाभ चुनाव में मिलना तय है। सरकार के इस आदेश के बाद कर्मचारियों में खुशी की लहर है।
दरअसल,बीते साल शिवराज कैबिनेट ने मध्य प्रदेश के कर्मचारियों को सेवा समाप्ति के बाद 300 दिन अर्जित अवकाश का लाभ देने का प्रस्ताव पारित कर दिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव तक इसके आदेश जारी नही कर पाई थी।इसी बीच विधानसभा चुनाव हो गए और सत्ता परिवर्तित हो गई। लेकिन अब प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने शिवराज के इस काम को पूरा करते हुए इसके आदेश जारी कर दिए है। अब कर्मचारियों को भी 300 दिन अर्जित अवकाश का लाभ मिलेगा, अब तक यह 240 दिन का हाेता है। इस तरह से उन्हें 60 दिन का और लाभ मिल सकेगा। बताया जा रहा है कि आचार संहिता के डर से सरकार द्वारा इसके आदेश ८ मार्च को जारी किए जा चुके है, लेकिन इसकी घोषणा नही की। कांग्रेस ने इसे अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था, इसके साथ ही कांग्रेस का एक और वचन पूरा हो गया।
खबर है कि कांग्रेस सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले कर्मचारियों को खुश करने की कोशिश की है। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में भी कर्मचारियों से वादा किया था कि उन्हें 300 दिन के अर्जित अवकाश का लाभ दिया जाएगा। सरकार के इस आदेश से लाखों कर्मचारियों को फायदा होगा। कर्मचारी अपने पूरे सेवाकाल में 300 दिन का अवकाश अर्जित कर यह लाभ ले सकेंगे।हालांकि यह कब से प्रभावशाली होगा यह बात अभी तक सामने नही आई है।