Cities of India Named After Demons : भारत एक ऐसा देश है, जहां की संस्कृति पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। जिसे अलग-अलग राज्यों में बांटा गया है, जहां का खान-पान, भाषा-शैली, पहनावा-उढ़ावा सब एक-दूसरे से भिन्न है। देश का हर शहर इतिहास और विरासत को समेटे हुए हैं। जिनकी अपनी अलग-अलग खासियत है। कुछ शहर धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, तो कुछ समुद्री तत्वों के लिए फेमस है। कुछ शहर पहाड़ की गोद में बसा है, तो किसी शहर को प्यार की निशानी कहते हैं।
हर शहर का नामकरण किसी न किसी देवता, राजा या किसी खास चीज पर किया जाता है। हालांकि, आज हम आपको उन शहरों के नाम बताएंगे, जो राक्षसों के नाम पर रखा गया है।
विश्वभर में है प्रसिद्ध
जी हां! आपको यह जानकार हैरानी होगी कि भारत में 5 ऐसा भी शहर है, जिसका नाम राक्षसों के नाम पर रखा गया है। वैसे तो भारत में पूर्व से लेकर पश्चिम… उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई ऐसे शहर हैं, जिनका नाम काफी रोचक है। अमूमन, राक्षस का जिक्र आते ही मन में एक अलग सी ही तस्वीर बन जाती है, जो मानव जाति का विनाश करता है। मान्यताओं के अनुसार, यह अहंकारी और अधर्मी होते हैं।
मैसूर
भारत के कर्नाटक में मैसूर शहर है, जिसका नाम महिषासुर राक्षस के नाम से जुड़ा हुआ है। सनातन धर्म के अनुसार, महिषासुर के काल में शहर को महिषा-उरु कहा जाता था। बाद में इसे महिषुरु के नाम से जाना गया, लेकिन जैसे जैसे समय बदला वैसे वैसे इसका नाम फिर से बदलकर मैसूर कर दिया गया।
तिरुचिरापल्ली
इस लिस्ट में तिरुचिरापल्ली का नाम भी शामिल है, जो कि तमिलनाडु में स्थित है। इस शहर का नाम थिरिसरन राक्षस के नाम पर रखा गया है। हालांकि, जैसे-जैसे समय बदलता गया शहर का नाम भी बदलें। पहले इसका नाम थिरिसिकरपुरम था। जिसके बाद यह थिरिसिपुरम के नाम से जाना गया, लेकिन इसमें संशोधन करके बाद में इसका नाम तिरुचिरापल्ली रखा गया, जो भारत के मशहूर शहरों में से एक है।
गया
गया के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशी भी पहुंचते हैं, जो कि बिहार में स्थित है। इस शहर का नामकरण गयासुर रक्षा के नाम पर किया गया था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार ब्रह्मा जी गयासुर की तपस्या से प्रसन्न होकर उसे यह आशीर्वाद दिए कि वह देवी-देवताओं से ज्यादा पवित्र हो जाएगा और उसे जो भी देख या छू ले, तो उसके सारे पाप धुल जाएंगे। तब से इस शहर को गया के नाम से जाना गया।
जालंधर
पंजाब में स्थित जालंधर भी राक्षस के नाम पर रखा गया है, जो एक समय जलंधर राक्षस की राजधानी था। इतिहासकारों के अनुसार, उस वक्त शहर में उसका काफी दबदबा था। हर कोई उससे डरता था। कोई उसके पास जाने से भी कतराते थे। इस तरह उसके भय के कारण यहां का नाम जालंधर पड़ गया।
पलवल
इस लिस्ट में हरियाणा का पलवल जिला भी शामिल है, जिसका नामकरण पलंबासुर राक्षस के नाम पर रखा गया है। पहले से पलंबरपुर के नाम से जाना जाता था, लेकिन समय के साथ-साथ नाम में भी बदलाव हुआ और अब इसे पलवल के नाम से जाना जाता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)