भोपाल।
लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आया है। शिवराज का कहना है कि मेरा मन नहीं है कि लोकसभा का चुनाव लड़ने का लेकिन पार्टी कहेगी तो भोपाल से क्या राघौगढ़ से भी चुनाव लड़ लूंगा । अभी विधायक हूं।बता दे कि कांग्रेस द्वारा भोपाल से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय को मैदान में उतारने के बाद बीजेपी से शिवराज के नाम की चर्चा है। कयास लगाए जा रहे है कि पार्टी दिग्विजय के सामने शिवराज को मैदान में उतार सकती है, हालांकि अंतिम फैसला तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को ही करना है।वही भोपाल से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के चुनाव लड़ने की भी अटकले तेज है।
दरअसल, रविवार को शिवराज एक निजी स्कूल का शुभारंभ करने भिंड पहुंचे थे। मीडिया से चर्चा के दौरान जब उनसे भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरा मन नहीं है कि लोकसभा का चुनाव लड़ूं। अभी विधायक हूं। पार्टी कह देगी तो भोपाल क्या राघौगढ़ से भी लड़ जाउंगा। और रही बात भोपाल लोकसभा सीट की तो हमारा साधारण कार्यकर्ता भी दिग्विजय सिंह को हरा देगा।
वही विदिशा में पत्नी साधना सिंह के चुनाव लड़ने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगी। कार्यकर्ता प्रेम से नाम लेते हैं। पूरा विदिशा परिवार की तरह है। भाजपा शिवराज ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी। एनडीए को मिलाकर और ज्यादा सीटें मिलेंगी। जैसे सूरज का पूरब से उगना तय है। वैसे ही नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना तय है। मोदी के नेतृत्व में एक नये भारत का उदय हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना से एक नये भारत का उदय हो रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के 22 सीट जीतने के दावे पर उन्होंने कहा कि दावे हैं दावों का क्या है।
राहुल गांधी पर बोला हमला
शिवराज ने कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी से झूठा आदमी इस दुनिया में दूसरा कोई नहीं है। कर्ज़ माफ तो कर नहीं पाये, अब गरीबी हटाने की बात कर रहे हैं। इनका तो एक ही लक्ष्य है कि झूठ बोलो और सत्ता पाओष राहुल गांधी कह रहे हैं कि गरीबी के विरुद्ध वह सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे। उनका परिवार 1971 से गरीबी हटाने की बात कह रहा है, जो अब तक नहीं हटी। गरीबी तो हटी नहीं, कांग्रेस के राज में गरीब ही हटा दिये गये।