बोर्ड एग्ज़ाम की डेट नज़दीक आते ही छात्रों की दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है. फ़र्स्ट बेंचर हो या फिर लास्ट बेंचर सभी मौज मस्ती छोड़कर सिर्फ़ और सिर्फ़ पढ़ाई में ध्यान लगाने लग जाते हैं.
छात्रों की पढ़ाई का तरीक़ा पूरी तरह बदल जाता है. वे सभी सवालों और फॉर्मूलों को अच्छे से तैयार करने में जुट जाते हैं ताकि अच्छे नंबर ला सकें. लेकिन देखा जाता है कि आप साथ घंटो घंटों पढ़ने वाले बच्चे भी अच्छे नंबर नहीं ला पाते हैं, ऐसे में स्टूडेंट्स समझ नहीं पाते हैं कि आख़िर उन्हें किस तरह से अपनी बोर्ड एग्ज़ाम की तैयारियां करनी चाहिए और कौन कौन से सुधार करने चाहिए.
पहली गलती (CBSE Board Exam)
कई बार ऐसा होता है कि जब हमारे पसंदीदा विषय का पेपर होता है या एक बार प्रश्न पढ़कर हमें ऐसा महसूस होता है, कि हमें इसका उत्तर आता है, और हम बिना सोचे समझे एक ही बार प्रश्न पढ़कर उसका उत्तर लिख देते हैं. यह सबसे बड़ी गलती मानी जाती है, जिससे हमारे नम्बर कट सकते हैं, बावजूद इसके कि हमें उतर आता था.
दूसरी गलती
इससे बचने के लिए ज़रूरी है कि कभी भी ओवर कॉन्फिडेंस में मना रहे अगर आपको जवाब आता है तब भी प्रश्न को 2-3 बार ज़रूर पढ़ें, यह जानना बेहद ज़रूरी है कि किससे कितने कितने प्रश्न हल करने हैं, कितने लंबे और कितने छोटे प्रश्न है.
तीसरा गलती
बोर्ड एग्ज़ाम में अच्छे नंबर लाने का सबसे सीधा और सच्चा मंत्र है कि स्ट्रेस न लें. जब हम इस स्ट्रेस लेते हैं तो हम आता हुआ प्रश्न भी गलत कर बैठते हैं. और इस तरह हम उलझन में पड़ जाते हैं, इसलिए ज़रूरी है कि बेवजह की घबराहट से दूर रहें, जो भी उत्तर आपको सबसे अच्छे से आता हो, उसे पहले कर लें.
चौथा गलती
जब भी प्रश्न सॉल्व करें तो उसे एक बार ज़रूर पढ़ें, इस तरह आपको अपनी गलतियाँ तुरंत पता चल जाएगी और आप उसे सुधार लेंगे. उत्तर लिखने के बाद क्रॉस चेक करना इसलिए ज़रूरी है ताकि अगर आपने उत्तर अच्छे से लिखा है और वह पाँच नंबर का है तो आपको पाँच नंबर पूरे मिले. कई बार हमें उतर आता है लेकिन हमारी छोटी मोटी गलतियों की वजह से हमें पूरे नंबर नहीं मिल पाते हैं.