भोपाल।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को एमपी की सबसे कठिन सीट से चुनाव लड़ाए जाने को लेकर अब सियासत तेज हो गई है।कमलनाथ के बयान पर गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन के बाद दिग्विजय का बड़ा बयान सामने आया है। दिग्विजय ने इस सुझाव के लिए कमलनाथ का आभार व्यक्त किया है और उन्हें थैंक यू कहा है। वही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे, वह वहां से चुनाव लड़ेंगे। दिग्विजय सिंह ने ट्वीटर के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दिग्विजय ने ट्वीटर पर अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए लिखा है कि ”धन्यवाद कमल नाथ जी को जिन्होंने मप्र में कॉंग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया। उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूँ।अगले ट्वीट में दिग्विजय ने लिखा है कि मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से ७७ की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था। चुनौतीयों को स्वीकार करना मेरी आदत है। जहॉं से भी मेरे नेता राहुल गॉंधी जी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूँ। नर्मदे हर।” हालांकि ट्वीटर के माध्यम से दिग्विजय ने दिग्विजय सिंह ने इशारों ही इशारों में यह भी संकेत दिया कि उन्हें राजगढ़ लोकसभा सीट से टिकट दिया जाए जहां से वह कई बार चुनकर आए हैं। राजगढ़ लोकसभा सीट के अंतर्गत ही राघोगढ़ विधानसभा सीट आती है जो उनका गढ़ है।
दिग्विजय सिंह का गढ़ है राघौगढ़
मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट राज्य की वीआईपी सीटों में से एक है। यह क्षेत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के दबदबे वाला क्षेत्र है। आपातकाल के बाद जब देश में चुनाव हुए तो जनता पार्टी की सरकार बनी थी कांग्रेस की करारी हार हुई थी। उसके बाद भी दिग्विजय सिंह 1977 में राघौगढ़ से चुनाव जीतकर आए थे। दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे जबकि उनके भाई लक्ष्मण सिंह पांच बार राजगढ़ लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं।
दिग्विजय के टफ सीट से लड़ने पर कमलनाथ को सिंधिया का समर्थन
सीएम कमलनाथ के दिग्विजय सिंह के टफ सीट से चुनाव लड़ने के बयान सिंधिया ने भी समर्थन किया है और कहा है कि यह नीति कांग्रेस हाईकमान तय करेगी , लेकिन स्पष्ट रूप से यह सही है कि जिन सीटो को लंबे समय से जीत नही पाए उन सीटो पर मजबूत प्रत्याशी मैदान में विधानसभा चुनाव की तरह ही उतारा जाएगा, यह हमारा लक्ष्य है। सीएम कमलनाथ ने दिग्विजय जी को यह सुझाव दिया है, चुंकी सालों से कई सीटों पर बीजेपी कब्जा रहा है। कांग्रेस की मजबूत नींव मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से बनेगी।
कमलनाथ ने कहा था-सबसे कठिन सीट से लड़े दिग्विजय
शनिवार को छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्विजय के चुनाव लड़ने पर कहा था कि मै चाहता हूं कि वे एमपी की सबसे कठिन सीट से लड़े, प्रदेश की कई ऐसी सीटे है जिनपर कांग्रेस सालों से जगह नही बना पाई है, अंतिम फैसला दिग्विजय को करना है। मैंने दिग्विजय सिंह जी से भी आग्रह किया है कि वो ऐसी सीट से चुनाव लड़ें जहां से कांग्रेस 30 से 35 सालों में जीत नहीं दर्ज कर पाई है। बता दें कि भोपाल, इंदौर, भिंड, दमोह, विदिशा समेत कई ऐसे सीट हैं जो बीजेपी का मजबूत गढ़ रही है और यहां तीन दशक से कांग्रेस को जीत नहीं मिली है। अब सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या दिग्विजय राजगढ़ जैसी सुरक्षित सीट की जगह ऐसी कठिन सीट से लड़ेंगे या नहीं।