भोपाल। मध्य प्रदेश विधनसभा चुनाव के समय छात्र संघ चुनाव को टाल दिया गया था। नवंबर 2018 में छात्र संघ चुनाव करवाने की कवायद तेजी से चल रही थी लेकिन फिल यह ठंडे बस्ते में चली गई। अब एक बार फिर छात्र संघ चुनाव की मांग उठी है। सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ सरकार अब छात्र संघ चुनाव कराने की तैयारी में है। फिलहाल इस बात पर मंथन तल रहा है कि चुनाव की प्र���ाली क्या रहेगी। प्रदेश के निजी और सरकारी कॉलेजों में जल्द छात्र संघ चुनाव हो सकते हैं। कैंपस में फिर चुनाव की सुगबुगाहट तेज़ होने वाली है।
उच्च शिक्षा विभाग में बनी सहमति
![student-election-in-madhya-pradesh-soon](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2020/01/122920191602_0_student.jpg)
दरअसल, प्रदेश में लंबे समय से छात्र संघ चुनाव की मांग चल रही है। शिवराज सरकार के दौरान भी इस तरह की मांग उठी थी और तैयारियां भी जोरों पर थीं लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण टल गए थे। लेकिन अब खबर आ रही है कि उच्च शिक्षा विभाग में सहमति बन गई है। आगामी दो महीनों के अंदर छात्र संघ चुनाव हो सकते हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने फाइल शासन को भेज दी है। लेकिन पूरा मामला प्रणाली पर अटका है। फैसला आने के बाद प्रदेश के 1300 कॉलेजों और छह यूनिवर्सिटीज में छात्रसंघ चुनाव होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था बड़ा मुद्दा : करीब छह साल बाद छात्रसंघ चुनाव 31 अक्टूबर 2017 को हुए थे। सुरक्षा व्यवस्था के कारण यह चुनाव समय पर नहीं हो सके थे। वहीं सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों के लिए दो शिफ्टों में कराने पड़े थे। भाजपा का कहना है भले ही लंबे समय बाद चुनाव कराए जा रहे हैं,लेकिन चुनावों में छात्रों की भागीदारी ही महत्वपू्र्ण है.छात्रों से राय लेने के बाद ही चुनाव प्रणाली पर फैसला किया जाना चाहिए.छात्रों का मत प्रत्यक्ष प्रणाली में हो तो प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हो तो बेहतर होगा.