भोपाल। लोकसभा चुनावों के पांच चरण समाप्त हो चुके हैं जबकि मध्य प्रदेश में दो चरणों में 13 सीटों पर मतदान हो चुका है. देश में छठे चरण का और मध्य प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान 12 मई को है। राज्य की 8 सीटों पर होने वाले मतदान में चंबल क्षेत्र की चार (ग्वालियर, गुना, मुरैना, भिंड), मध्य क्षेत्र की तीन (भोपाल, विदिशा, राजगढ़) और बुंदेलखंड की एक (सागर) सीट शामिल हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मालेगांव बम धमाके की आरोपी रहीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बीच के बहुचर्चित मुकाबले में भी मतदान इसी चरण में है।
इसके अलावा दिग्गज कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और 2 अप्रैल 2018 के ‘भारत बंद’ में हुई हिंसा का भंडाफोड़ कर सुर्खियों में आए देवाशीष जरारिया की किस्मत भी इसी दिन ईवीएम में लॉक होगी। छठे चरण का चुनावी प्रचार शुक्रिवार शाम को थम गया था। उम्मीदवारों ने जमकर अपना अपना क्षेत्र नापा। चिलचिलाती धूप में भी यह सड़के नापने से पीछे नहीं रहे। लेकिन इनमें कई दिग्गज उम्मीदवार ऐसे हैं जो इस बार चुनाव में खुद का मतदान अपने लिए नहीं कर पाएंगे। दरअसल, इनमें कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जिनका नाम किसी दूसरे लोकसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज है। यही कारण है वह खुद अपने लिए वोट नहीं दे पाएंगे। इनमें कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया, भोपाल लोकसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शामिल हैं।
भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे दिग्विजय सिंह खुद को वोट नहीं डाल पाएंगे। उनका नाम गुना सीट के राघौगढ़ में है। वो राघौगढ़ के निवासी हैं। दिग्विजय सिंह एक महीने से ज्यादा समय से भोपाल लोकसभा क्षेत्र नाप रहे हैं। दिन हो या रोत समय की परवाह किए बगैर उन्होंने अपना जनसंपर्क किया। दूसरा नाम गुना-शिवपुरी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया का है. वो भी अपने और अपने परिवार के वोट से वंचित रहेंगे. ज्योतिरादित्य सिंधिया का निवास ग्वालियर का जयविलास पैलेस है। इस नाते उनका नाम ग्वालियर की मतदाता सूची में है. लेकिन वो गुना से चुनाव लड़ रहे हैं। तीसरे दिग्गज प्रत्याशी बीजेपी नेता नरेन्द्र सिंह तोमर हैं. वो इस बार मुरैना से चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन उनका नाम ग्वालियर की मतदाता सूची में है. पिछला चुनाव वो ग्वालियर से ही लड़े थे।