भोपाल। लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चुआव आयोग ने कमर कास ली है| पुलिस प्रशासन, आबकारी विभाग पर आयोग की सख्त नजर है| जिसके चलते प्रदेश के दस थाने चुनाव आयोग के हिट लिस्ट में आ गए हैं। इन थानों पर आयोग की गाज गिर सकती है। यहां के थानेदारों ने अभी तक अवैध शराब और आर्म्स के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
दरअसल, जिला और थाना स्तर पर की जा रही समीक्षा के दौरान आयोग के सामने शराब, आर्म्स, कानून-व्यवस्था को लेकर जो जानकारी सामने आयी है, उसमे आचार संहिता लागू होने से पहले और उसके बाद प्रदेश के दस थानों में अबैध शराब, आर्म्स के खिलाफ न तो एकभी कार्रवाई की गई है और न ही उसकी रिपोर्ट आयोग को सौंपी गई है। इन थाना प्रथारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है। इसमें भोपाल के भी दो थाने शामिल हैं।
चुनाव आयोग अवैध शराब, नकदी, सामान और हथियारों की जिला और थाने स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा कर रहा है। आयोग ने सभी कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों तथा आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इसकी मानीटरिंग पंचायत और तहसील सतर पर मानीटरिंग करें। इसके खिलाफ नियमित धर-पकड़ अभियान चलाया जाए जिससे चुनाव में सामना, नकदी वितरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा सके। चुनाव आयोग ने आबकारी विभाग को निर्देश दिया है कि वह अपने स्तर पर अवैध शराब की बिक्री अभियान चलाए, जिला स्तर पर कितनी शराब पकड़ी गई हैं उसकी साप्ताहिक रिपोर्ट आयोग को दे।
50 लाख रुपए की जब्त हुई शराब
प्रदेश में अब तक 50 लाख रुपए से अधिक की अवैध शराब जब्त की गई है। यह आबकारी अधिकारियों और पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई के दौरान इतनी मात्रा में शराब पकड़ी गई है। जबकि आचार संहिता के बाद ज्वैलरी, नकदी, शराब सहित जब्त की गई अन्य सामग्रियों कीमत 70 लाख रुपए बताई जा रही है।
इन थानों ने नहीं दी जानकारी
भोपाल- कमला नगर, ऐशबाग
इंदौर- मानपुर,
ग्वालियर- वेहट, पिछोर
उज्जैन- माधव नगर
रीवा- विश्वविद्यालय
सीधी- कोतवाली
भिंड- सुरपुर
छतरपुर- बगीठा