भोपाल।
मध्यप्रदेश वासियों को गर्मी से राहत के लिए अभी एक महिना और इंतजार करना पडेगा। क्योंकि कई सालों से लेट आने वाला मानसून इस साल भी देरी से आएगा। मौसम विभाग की माने तो मानसूनी सिस्टम में हो रहे बदलाव के बाद मानसून के आने की तारीखें भी 20 जून हो सकती है। आम ताैर पर केरल में दस्तक देने के 15 दिन बाद यह मप्र पहुंचता है। हालांकि विभाग ने इस बार अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया है।वही राजधानी भोपाल की ही बात करें तो पिछले 13 साल में सिर्फ एक बार ही मानसून तय समय पर पहुंचा है। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इस दौरान मानसूनी हवाओं के आने में देरी और सूरज से बढ़ती तपिश के चलते गर्मी परेशान करेगी।मानसून में देरी के कारण 25 मई से 2 जून तक भीषण गर्मी पड़ेगी।
दरअसल, पिछले कुछ सालों से मानसून तय समय पर मध्य प्रदेश नहीं पहुंचा है। प्रदेश में ये 11 जून तक दस्तक दे जाता है। राजधानी में 13 से 15 जून तक मानसून की पहली बारिश हो जाती है। मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली एजेंसी स्काईमेट इस बार मानसून के तीन दिन की देरी से चार जून को केरल पहुंचने का पूर्वानुमान है जारी किया है। इसके अनुसार मध्य प्रदेश में भी मानसून देरी से ही आएगा। मौसम विभाग ने बताया कि इस बार बारिश अच्छी होगी, लेकिन मानसून तय समय से तीन-चार दिन लेट हो सकता है। इधर, गुरुवार काे भी पारा लुढ़कने बावजूद 40 डिग्री पार ही रहा। दिन का तापमान 40.3 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार की तुलना में इसमें 1.6 डिग्री की गिरावट हुई। इसके बावजूद दिन में तपिश ज्यादा थी। बादलाें के छंटने से तीखी धूप चटकी। रात का तापमान 26.3 डिग्री दर्ज किया गया। 24 घंटे में इसमें 0.5 डिग्री का इजाफा हुआ।
इस बार मानसून होगा सामान्य से कम
मानसून का डाटा देने वाली एजेंसी स्काइमेट के मुताबिक इस बार मानसून तीन-से चार दिन देरी से आएगा। जबकि केरल में भी 4 जून को पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। यह भी कहा गया है कि ज्यादातर प्रदेशों में तय समय से इस बार मानसून लेट हो जाएगा।स्काईमेट के मुताबिक इस बार केरल में चार जून को मानसून की दस्तक हो जाएगी। हालांकि इसमें भी दो दिन का एरर मार्जिन रखा गया है। स्काईमेट का कहना है कि इस बार अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर मानसून 22 मई को पहुंचेगा। पिछले महीने स्काईमेट ने संभावना जताई थी कि इस बार मानसून सामान्य से कम रहेगा और देश भर में केवल 93 फीसदी बारिश होगी, जिसमें ऐरर मार्जिन पांच फीसदी का होगा।
नमी कम मिलने से तापमान बढ़ेगा
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के करीब एक सप्ताह की देरी से केरल पहुंचने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश में मॉनसून के लिए जरूरी नमी मिलने में भी विलंब होगा। वातावरण में आद्रता कम रहने से मौसम शुष्क रहेगा। इससे नौतपा के दौरान राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश भागों में गर्मी के तेवर काफी तीखे रहने की संभावना है। खास बात यह भी है कि नौतपा के दौरान सूर्य,पृथ्वी के नजदीक रहता है। साथ ही उसकी किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ती हैं। इस वजह से तापमान बढ़ा हुआ रहता है।