Teachers will agitate as a united front : प्रदेश में शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सरकार से आर पार की लड़ाई का मूड में आ गए हैं। इसी सिलसिले में आज भोपाल में 5 संघों के प्रांताध्यक्षों और उनके प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में “राज्यशिक्षा सेवा में नियुक्त अध्यापक संवर्ग की सेवावधि की गणना उनके प्रथम नियुक्ति दिनांक से” सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर संयुक्त रूप से संघर्ष करने का एलान किया गया।
अब राज्य शिक्षक संघ म प्र, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ म प्र, शासकीय शिक्षक संगठन म प्र, प्रांतीय शिक्षक संघ म प्र और राज्य शिक्षक कांग्रेस म प्र एकजुट हो गए हैं। शिक्षकों की मांग को लेकर अब ये 5 संगठन साथ आ गए हैं। इस बारे में शासकीय शिक्षक संगठन के प्रांताध्यक्ष राकेश दुबे ने बताया कि पाँचों संघों के प्रांताध्यक्ष जगदीश यादव, भरत पटेल, राकेश दुबे, मनोहर दुबे और राकेश नायक ने मिलकर तय किया है कि अब प्रदेश स्तर पर अपने मुद्दों को लेकर आयोजन करेंगे। संयुक्त मोर्चा ने कह कि 12 से 17 मई तक वो शासन-प्रशासन से बातचीत कर अपने मुद्दों को हल कराने का प्रयास करेगा लेकिन अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो आने वाले समय में इंदौर, उज्जैन, भोपाल संभाग, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में विरोध प्रदर्शन होगा। इसे लेकर उन्होने संयुक्त कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। 15 मई को सभी 5 संघों के प्रत्येक जिला स्तरीय पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक जिला स्तर पर आयोजित होगी और 22 से 24 मई तक प्रांत स्तरीय संयुक्त धरना-प्रदर्शन-रैली-ज्ञापन सौंपे जाएंगे।