बीजेपी विधायक का वीडियो वायरल- बड़े शहरों में RTI एक्टिविस्ट के मर्डर हो जाते है

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव के बीच सागर जिले के बीना से बीजेपी विधायक महेश राय (Bina BJP MLA Mahesh Rai)  का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे कहते नजर आ रहे है कि बड़े बड़े शहरों में आरटीआई कार्यकर्ताओं के मर्डर हो जाते है।बता दे कि महेश राय वही है, जिनका एक वीडियो मप्र उपचुनाव के दौरान भी वायरल हुआ था, जिसमें वे महिला प्रतिनिधियों के सामने गाली देते नजर आ रहे थे।

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मिली जानकारी के अनुसार, मामला स्वच्छता अभियान के कार्यक्रम का बताया जा रहा है, जहां बीजेपी विधायक महेश राय प्रशासनिक अधिकारियो की मौजूदगी मे संबोधन कर रहे थे, इसी दौरान नगरपालिका मे सूचना अधिकार के आवेदन आने से विधायक जी इतना बुरा मान गए कि सार्वजनिक मंच से कह दिया की बड़े शहरों में तो आरटीआई कार्यकर्ताओं की तक हत्या हो जाती है। क्रियाओं और साधन के एक निश्चित रेट होते है। टेंडर लगा ही नहीं की सूचना अ्धिकार का आवेदन आ गया।भुगतान हुआ ही नही और आरटीआई लगा दी। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

बीजेपी विधायक पर आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से अपने आश्रित बेटो ( चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र)के द्वारा लाखों की जमीन खरीदकर पांच करोड का मुआवजा लेना चाहते है, जबकी मामला कमिश्नर कोर्ट से होकर हाईकोर्ट मे लंबित है और लगभग सत्र लाख का जुर्माना रजिस्ट्रार सागर ने लगाया था, जिसका तबादला सीएम से तीन बार मिलकर करा दिया।इसी को लेकर एक आरटीआई लगाई गई है।

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गौरतलब है कि बीजेपी विधायक राय हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहते है। मध्य प्रदेश उपचुनाव (MP By-election 2021) के दौरान भी उनका एक वीडियो वायरल (Video Viral) हुआ था, जिसमें वे कहते नजर आ रहे थे कि जो लोग मुर्गी खाने वाले लोग थे, इन्हें विकास से मतलब नहीं, आज तक हमने श्रीनगर नहीं देखा..हम ठंडे स्थान पर नहीं गए। कल के कलिंदर ..बीप.. ठंडे स्थान पर जा रहे।

नोट-MP Breaking News इस वायरल वीडियो की पुष्टी नहीं करता है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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