भोपाल। मप्र वक्फ बोर्ड का निरीक्षण करने आई सेंट्रल वक्फ कौंसिल ने इस बात पर फिक्र और चिंता जताई थी कि खाली पड़ीं वक्फ संपत्तियां अवैध कब्जों का शिकार हो रही हैं। ऐसे में इनपर निर्माण कर कब्जों से बचाया जा सकता है। प्रदेशभर के मुतवल्लियों को मिली इस ताकीद पर राजगढ़ स्थित बाबा बतख्शानी वक्फ कमेटी ने तत्काल अमल में भी लिया और तात्कालिक रूप से अवैध कब्जे हटाने की मुहिम भी शुरू कर दी। शुरूआती दौर में ही कमेटी ने करीब पन्द्रह बरस पुराने कई कब्जों को उखाड़ फेंका और वक्फ को सहेजने की नई प्रस्तावना तैयार कर डाली है।
राजगढ़ स्थित बाबा बतख्शानी वक्फ लंबे समय से बोर्ड में लहराता रहा है। प्रदेश के सबसे ज्यादा चंदा निगरानी अदा करने वाले वक्फ के रूप में स्थापित इस कमेटी को लेकर पिछली भाजपा सरकार के चहेतों ने विवादों से भी बदनाम करने की कोशि की है। अहतेशाम सिद्दीकी की युवा टीम के साथ काम कर रही इस कमेटी को लेकर पूर्व अध्यक्ष शौकत मोहम्मद खान के कार्यकाल में भाजपाईयों ने कई शिकायतें कीं और इस कमेटी को बेदखल करने का दबाव बनाया था। लेकिन सिद्दीकी के कार्यकाल में दरगाह और उसके आसपास स्थित वक्फ संपत्ति को सहेजने की बेहतर कामों ने हमेशा इस वक्फ कमेटी को आगे रखा है। अहतेशाम सिद्दीकी ने बताया कि कई बरसों से अवैध कब्जों से घिरी वक्फ संपत्ति को हटाने की मुहिम उन्होंने शुरू की है। जिसमें जिला, पुलिस और पालिका प्रशासन के सहयोग से उन्हेंं सफलता भी मिली है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण से मुक्त हुई जगह के बाद वक्फ की जगह स्पष्ट दिखाई भी देने लगी है और भविष्य में इसके लिए बेहतर योजनाएं तैयार करने के रास्ते भी आसान हो गए हैं।
सराहे गए मुतवल्ली कान्फ्रेन्स में
मप्र वक्फ बोर्ड द्वारा 8 जनवरी को प्रदेश स्तरीय मुतवल्ली कान्फ्रेन्स का आयोजन किया गया था। जिसमें पूरे प्रदेश के वक्फ कमेटियों के मुतवल्लियों ने शिरकत की। इस कान्फ्रेन्स में मुख्य रूप से केन्दीय वक्फ काउंसिल की टीम सेंट्रल वक्फ काउंसिल के सैकेट्री एसएस नकवी के साथ मौजूद थी। कान्फ्रेन्स में मप्र की अलग-अलग वक्फ कमेटियों द्वारा अपने यहां किए गए तक्कियाती कामों को पेश किया गया। पहले भी अपने नये कामों और चंदा निगरानी में इजाफे के लिए शाबाशी बटोर चुकी वक्फ दरगाह हजरत बाबा बदख्शानी रह.अ. की कमेटी के सदर एहतेशाम हसन सिद्दीकी ने दरगाह कमेटी के द्वारा किए जा रहे कामों को सेन्ट्रल वक्फ काउंसिल के सामने पेश किया। साथ ही दरगाह के कोषाध्यक्ष साकिब हुसैन ने स्लाइड प्रजेन्टेशन के माध्यम से दरगाह पर हुए विकास कार्यों को पेश किया । जब दरगाह हजरत बाबा बदख्शानी रह.अ. की सालाना वित्तीय प्रगति के आंकड़े पेश किए गए तो पूरा हॉल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंह उठा। दिल्ली से आई टीम राजगढ़ दरगाह का पूरा प्रगति प्रतिवेदन अपने साथ ले गई और आगामी योजनाओं के लिए दिल्ली आने के लिए कहा। राजगढ़ दरगाह पर हुए तरक्कियाती कामों के लिए बोर्ड प्रशासक निसार अहमद ने भी खुशी जाहिर की और दूसरे वक्फ को भी इसी तरह कौम की फलां के लिए काम करने के लिए कहा।